इसरो के पूर्व अध्यक्ष के कस्तूरीरंगन ने कहा कि उन्हें गर्व हो रहा है कि देश ने उपग्रह रोधी मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है और यह अंतरिक्ष में यह बेहद महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया, ‘‘ मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि यह अत्यंत, अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है।’’ कस्तूरीरंगन ने कहा, ‘‘ और हम सभी को इस बात पर गर्व है कि हमने अंतरिक्ष में अगला महत्वपूर्ण, जरूरी और संभवत: बहुत कठिन कदम सफलतापूर्वक बढ़ाया है।’’ मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा ,‘‘ मिशन शक्ति के तहत भारत ने स्वदेशी एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए..सैट’ से तीन मिनट में एक लाइव सैटेलाइट को सफलतापूर्वक मार गिराया।’’

उन्होंने बाद में ट्वीट किया ‘‘ मिशन शक्ति की सफलता के लिए हर किसी को बधाई।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है । यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी सैटेलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया है। यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है ।’’ इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है । अब तक यह क्षमता अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी।

इस सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधन में बताया कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी-सैटेलाइट मिसाइल से एक ‘लाइव’ सैटेलाइट को मार गिराकर अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज करा लिया है और भारत ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। ‘मिशन शक्ति’ अभियान की सफलता के बाद भारत के वैश्विक अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में स्थापित हो जाने की घोषणा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है। यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी-सैटेलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया।

यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।’’ इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है । अब तक यह क्षमता अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी। मोदी ने कहा कि हमने जो नई क्षमता हासिल की है, यह किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि तेज गति से बढ़ रहे हिन्दुस्तान की रक्षात्मक पहल है । उन्होंने वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनकी सराहना भी की।