रोज वैली चिटफंड घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने एक कंपनी के कई जगहों पर छापे मारकर 90 किलोग्राम सोने के गहने जब्त किए हैं। अधिकारियों ने हीरे और जवाहरात के गहने भी अपने कब्जे में लिए हैं। छापे में घोटाले से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज हाथ लगने की बात भी कही जा रही है। इसकी छानबीन के बाद ही तस्वीर और स्पष्ट हो सकेगी। इस मामले में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जांच एजेंसियों के रडार पर हैं।
जानकारी के मुताबिक, रोज वैली चिटफंड घोटाले में ईडी के अधिकारियों ने अद्रीजा गोल्ड कॉरपोरेशन लिमिटेड के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं। इसमें 22 कैरेट का 72 किलो सोने का गहना और 18 कैरेट के अठारह किलोग्राम स्वर्ण आभूषण हैं। जब्त आभूषणों की कुल कीमत 40 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस मामले में निवेशकों को करोड़ों का चूना लगाने का आरोप लगाया गया है। करोड़ों रुपये के इस घोटाले में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता के शामिल होने से इसने राजनीतिक रंग ले लिया था। साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया था।
रोज वैली चिटफंड घोटाले में ईडी ने जुलाई में बड़ी कार्रवाई की थी। एजेंसी ने 293 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त कर ली थी। इसके साथ ही इस मामले में जब्त कुल संपत्ति का मूल्य 1,950 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। ताजा कार्रवाई के साथ ही चिटफंड घोटाले में तकरीबन दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। ईडी ने इस मामले में मनीलांड्रिंग के तहत केस दर्ज करते हुए रोज वैली ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गौतम कुंडु को मार्च, 2015 में गिरफ्तार कर लिया था। कुंडु पर निवेशकों को तकरीबन 15,484 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। रोज वैली चिटफंड घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय भी आरोपी हैं।