पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम की पत्नी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटिस भेजा है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम को ईडी ने सारदा चिटफंड घोटाला मामले में नोटिस भेजा है और 7 मई से पहले हाजिर होने के लिए कहा है। नलिनी चिदंबरम सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं और पहले भी उनसे ईडी और सीबीआई इस पूछताछ कर चुकी हैं। जिस मामले पर नलिनी को ईडी ने नोटिस भेजा है वह सारदा समूह के द्वारा उन्हें कानूनी फीस दिए जाने से संबंधित हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सारदा समूह के चेयरमैन सुदीप्त सेन ने नलिनी को वकील के तौर पर रखे जाने का जिक्र किया था, जो कि अभी जेल में हैं। सुदीप्त सेन ने यह भी बताया था कि कांग्रेस नेता मतंग सिंह की पूर्व पत्नी मनोरंजना के कहने पर उन्होंने नलिनी को अपने वकील के तौर पर रखा था।

इससे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने नलिनी की एक याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने ईडी के समन को चुनौती दी थी। ईडी ने उन्हें सारदा चिटफंड घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बतौर गवाह पेश होने के लिए समन भेजा था। नलिनी ने अपनी याचिका में पेशी के लिए यह कहते हुए असमर्थता जताई थी कि महिलाओं को सीआरपीसी की धारा 160 के तहत उनके निवास स्थान से बाहर नहीं बुलाया जा सकता है। इस पर अदालत ने उनकी यह दलील नामंजूर कर दी थी।

अदालत ने अपने फैसले में कहा था- ”कोर्ट का मानना है कि लिंग के आधार पर नियमित तरीके से छूट नहीं मांगी जा सकती है।” अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय को जांच के लिए कानून के अनुसार कदम उठाने के निर्देश दिए थे। बता दें कि पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी ईडी और सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। कार्ति पर 2006 में एयरसेल-मैक्सिस सौदे में कथित रूप से रिश्वत लेने का आरोप है। यह मामला तब का है जब पी चिदंबरम देश के वित्त मंत्री थे।