भारतीय रेलवे ने बुधवार को कहा कि स्पेन में बनी हाई स्पीड ट्रेन टैल्गो को जल्द ही सेवा में शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि, रेलवे ने यह भी कहा कि भारतीय हालात के हिसाब में इसमें कुछ बदलाव करने होंगे, उसके बाद ही इस ट्रेन को चलाना मुमकिन हो पाएगा। रेलवे बोर्ड के सदस्य हेमंत कुमार ने कहा कि वर्तमान हालात में ट्रेन को चलाया जाना मुमकिन नहीं है। कुमार ने इसकी वजह बोगियों की कम चौड़ाई और फुटबोर्ड की कम ऊंचाई बताई है। अधिकारी के मुताबिक, इन हल्के कोचों को ओपन टेंडर के जरिए ग्लोबल मार्केट से खरीदा जाएगा।
बता दें कि दिल्ली से मुंबई रूट पर टेल्गो ट्रेन का बुधवार को तीसरा ट्रायल पूरा हुआ। ट्रेन ने 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 12 घंटे 7 मिनट में सफर पूरा किया। ट्रेन का आखिरी और चौथा ट्रायल 14 अगस्त को होगा। टैल्गो ट्रेन 90 से 100 किमी प्रति घंटे के एवरेज स्पीड से चल सकती है और अधिकतम 130 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। ट्रेन में 9 कोच हैं, जिसमें दो इग्जेक्यूटिव क्लास कोच भी हैं। इसमें कैफेटेरिया की व्यवस्था भी है। इग्जेक्यूटिव कोच में 20 सीटें हैं। ये प्रीमियम सीट्स हैं जिनमें काफी जगह है। लेग स्पेस का भी ख्याल रखा गया है। लगेज रखने के लिए भी इनमें काफी स्पेस है। इसके अलावा, टीवी सेट्स लगे हुए हैं जिनपर ट्रेन की स्पीड और लोकेशन की जानकारी डिस्प्ले होती रहती है। जनरल कोचों की बात करें तो इसमें 36 लोगों के लिए सीटें लगी हैं। हालांकि, ये इग्जेक्यूटिव कोचों की तरह प्रीमियम नहीं हैं लेकिन ये अपेक्षाकृत बेहद आरामदायक और स्पेस वाली सीटें हैं।
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