स्पेस एक्स के संस्थापक और टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर आदमी होने के कारण अकसर सुर्खियों में रहते हैं। इन दिनों वह सोशल मीडिया मंच ट्विटर का अधिग्रहण करने की जिद को लेकर खबरों में हैं। ट्विटर के मामले में उनकी रुचि सुर्खियों में इसलिए हैं, क्योंकि मस्क उसे जबरन ‘टेकओवर’ करना चाहते हैं और प्रबंधन उन्हें रोकने के लिए अपने स्तर पर अधिकतम प्रयास कर रहा है।
किसी कंपनी के टेकओवर को जबरन कार्य उन हालात में माना जाता है जब कंपनी को उसके प्रबंधन की मर्जी के बिना अधिग्रहित करने की कोशिश की जाए। सोशल मीडिया मंच ट्विटर के मामले में इसका कार्यकारी बोर्ड इसके प्रबंधन की भूमिका में है। मस्क की कोशिश कामयाब होगी या नहीं यह आने वाले दिनों में साफ होगा, लेकिन खरबों रुपए की संपत्ति के मालिक मस्क अब तक अपनी तमाम योजनाओं- इच्छाओं को अपनी दौलत के दम पर पूरी करते रहे हैं।
मस्क कभी धरती को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना के साथ इलेक्ट्रिक कार बनाते हैं और कभी यह सोचते हैं कि दुनिया अगर इनसानों से खाली हो जाए तो उनका वजूद बनाए रखने के लिए अंतरिक्ष पर कैसे बस्तियां बसाई जाएं।
मस्क के शुरूआती दिनों की बात करें तो वह एक कनाडियन मां और दक्षिण अफ्रीकी श्वेत पिता की संतान हैं। उनका जन्म दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में हुआ था। शुरूआती पढ़ाई के बाद उन्होंने प्रिटोरिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, लेकिन कुछ ही समय बाद 17 साल की उम्र में कनाडा चले गए। कुछ समय तक कनाडा में रहने के बाद उन्होंने अमेरिका का रुख किया और अपनी किस्मत के दरवाले खोल लिए।
पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र और भौतिकी में बैचलर की डिग्री ली और 1995 में कैलिफोर्निया चले गए, जहां उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। पढ़ाई जारी रखने की बजाय खुद का काम शुरू करने का फैसला किया और अपने भाई के साथ मिलकर जिप2 नाम से वेब साफ्टवेयर कंपनी बना डाली।
यह कंपनी बनाने के चार साल के भीतर मस्क की किस्मत बदल गई और 1999 में काम्पैक ने इसे 30 करोड़ 70 लाख डालर में खरीद लिया। इसके बाद, उसी साल मस्क ने आनलाइन बैंक एक्सडाटकाम के नाम से कंपनी बनाई, जिसका वर्ष 2000 में कनफिनिटी में विलय हुआ और नई कंपनी बनी पेपल, जिसे वर्ष 2002 में ईबे ने डेढ़ अरब डालर में खरीद लिया। कुछ ही बरसों में मस्क फोर्ब्स की दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल हो गए। अगले कुछ बरसों में दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन बैठे।