Lok Sabha Election Results 2019: आज यानी 23 मई लोकतंत्र के पर्व का अहम दिन है क्योंकि आज ही 17वीं लोकसभा के नतीजों का ऐलान नाव आयोग ने इलेक्शन रिजल्ट देने के लिए तैयारी पूरी कर ली है और Election Result से जुड़ी हर जानकारी आयोग अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर साझा करेगा। जहां से विभिन्न सीटों के नतीजों की जानकारी हासिल की जा सकती है। चुनाव आयोग के अलावा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी नतीजों को जनता तक पहुंचाने के लिए कमर कसी हुई है।
Election Results 2019 LIVE Updates: यहां देखें नतीजे
विभिन्न टीवी चैनल्स Live News और Live Streaming के जरिए चुनावी नतीजों से जुड़ा हर अपडेट जनता तक पहुंचाएंगे। चुनाव नतीजे जानने के लिए लोग अपने-अपने टीवी सेट से चिपके रहेंगे और विभिन्न TV Channels पर इलेक्शन रिजल्ट देखेंगे। जिन टीवी चैनल्स पर लाइव नतीजे देखे जा सकेंगे उनमें ABP News, NDTV, Aaj Tak, India TV, News 24, Times Now, Republic Bharat, tv9Bharatvarsh, News Nation, India News आदि का नाम प्रमुख है। लाइव टीवी के अलावा इन टीवी चैनल्स की मोबाइल एप, लाइव स्ट्रीमिंग आदि से भी इलेक्शन रिजल्ट की जानकारी पायी जा सकती है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट से भी चुनावी नतीजों से जुड़ा हर अपडेट मिल सकता है। बता दें कि 17वीं लोकसभा के चुनाव 7 चरण में संपन्न कराए गए थे। पहला चरण 11 अप्रैल, 2019 से शुरु हुआ था और 19 मई, 2019 को सातवें चरण के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की मतदान प्रक्रिया पूरी हुई थी। चुनाव आयोग (Election Commission) ने इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की थी।
Highlights
अमेठी में लंबे अर्से से कांग्रेस का राज था लेकिन बीजेपी की स्मृति ईरानी ने राहुल के गढ़ में सेंधमारी की और राहुल गांधी को हरा दिया। इसके बाद उन्होंने अमेठी में ही पूजा अर्चना की।
मतदाताओं की संख्या तकरीबन 90.99 करोड़ थी, जिसमें करीब 46.8 करोड़ पुरुष, 43.2 करोड़ महिलाएं और 38,325 थर्ड जेंडर शामिल थे।
वीवीपीएटी की पर्चियों में और वोट की गिनती में यदि फर्क होता है तो वीवीपीएटी की संख्या ही अंतिम मानी जाती है।
पार्टीवार तरीके से चुनाव का परिणाम जानने के लिए https://results.eci.gov.in/pc/en/partywise/partywiseresult-U01.htm पर जाएं औैर देखें पार्टी के वोट शेयर व अन्य जानकारियां।
इंदिरा गांधी के बाद पीएम मोदी दूसरे पीएम हैं जो लगातार दूसरी बार पीएम बने हैं। इससे पहले यह कारनाम कांग्रेस की नेता इंदिरा गांधी कर चुकी हैं।
आपको याद दिला दें कि इस बार देश में सात चरणों में चुनाव आयोजित किया गया था। आखिरी चरण का मतदान 19 मई को था। इस दौरान 8000 से ज्यादा प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया।
बता दें कि वो चुनाव के परिणाम के लिए लाउडस्पीकर होता है जिससे रिजल्ट की घोषणा की जाती है। एक ब्लैकबोर्ड सामने होता है जिस पर मीडिया की सूचना के लिए गिनती के ट्रेंड से संबंधित जानकारी दिखती रहती है।
बता दें कि पोस्टल बैलट की गिनती पहले होती है। उसके 30 मिनट बाद ईवीएम को लाया जाता है।
मतगणना केंद्र पर चुनाव अधिकारी, मतगणनाकर्मी, प्रत्याशी और उनके एजेंट, ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी और अन्य अधिकारी मौजूद होते और चुनाव में आगे पीछे हो रहे प्रत्याशियों के स्थिति की घोषणा होती रहती है। अंत में परिणाम आने पर यानी गिनती पूरी होने पर विजेता की घोषणा की जाती है।
वोटिंग मशीन यानि ईवीएम को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाता है। वोटिंग के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रुम में रखा जाता है। जहां सीसीटीवी की निगरानी रहती है और इसके अलावा वहां सुरक्षा बलों की भी तैनाती रहती है।
काउंटिंग सुपरवाइजर काउंटिंग एजेंट्स की मदद से गिनती की शुरुआत करते हैं। काउंटिंग सुपरवाइजर सबसे पहले ईवीएम पर लगे सील्स की जांच करते हैं और तय करते हैं कि मशीन से छेड़छाड़ तो नहीं की गई है।
Hotstar app, Jio app, Airtel app समेत विभिन्न न्यूज ऐप्स पर चुनाव नतीजों से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके अलावा Google News के माध्यम से विभिन्न न्यूज वेबसाइट्स पर जाकर Election results 2019 से जुड़े अपडेट के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
91 करोड़ मतदाताओं में से 61 करोड़ ने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें 8,040 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस बार कुल मिलाकर 67.11 फीसदी मतदान हुआ। 67 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा मतदान हुआ।
अगर कांग्रेस की करें तो जबकि कांग्रेस 49 सीटों पर आगे है। पिछली बार कांग्रेस 44 सीटों पर सिमट गई थी और बीजेपी अपने दम पर 282 सीटें जीती थी। कांग्रेस को विपक्ष के नेता लायक सीटें भी नहीं आई थीं। लोकसभा में विपक्ष के नेता के लिए संबंधित पार्टी के 55 सांसद होने चाहिए।
बीजेपी की जबरदस्त जीत पर मोदी बोले-फिर भारत की जीत हुई। सबका साथ + सबका विकास + सबका विश्वास = विजयी भारत
वोटों की गोपनीयता बनाये रखना ड्यूटी पर लगे हर अधिकारी, क्लर्क, एजेंट और व्यक्ति की है। इसकी शपथ ली जाती है। गोपनीयता तोड़ने, किसी के समर्थन में मतदान को प्रभावित करने, ईवीएम या मतपत्रों से छेड़छाड़ पर जेल या जुर्माने की सजा दी जा सकती है।
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की मतगणना के रुझानों और परिणामों को जानने के लिए वोटर हेल्पलाइन ऐप को जारी किया गया है। इसके जरिए चुनाव आयोग ने डिजिटल मोर्चे पर अपनी पहुंच का विस्तार किया है। इससे पहले उसने चुनाव के दौरान मतदान की जानकारी के लिए वोटर टर्नआउट ऐप पेश किया था।
आप ‘वोटर हेल्पलाइन' ऐप पर भी चुनाव में वोटों की गिनती से जुड़ी सटीक जानकारी हासिल कर सकते हैं।
एक प्रत्याशी अधिकतम 16 पोलिंग एजेंट बना सकता है। ये सभी मतगणना के समय मौजूद रहते हैं। मतगणना से एक घंटे पहले तक इसकी सूचना पीठासीन अधिकारी को देनी होती है।
सभी ईवीएम के परिणामों को फॉर्म 20 पर तैयार किया जाता है। इसमें पोलिंग बूथ, पोस्टल व टेंडर वोट आदि को दर्ज किया जाता है। वोटों की संख्या सटीक दर्ज होनी चाहिए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो परिणाम जारी करते समय गड़बड़ होने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है।
काउंटिंग कंट्रोल यूनिट को ऑन किया जाता है। इसमें मौजूद रिजल्ट आई बटन दबाया जाता है, जिससे हर प्रत्याशी को मिले वोट प्रदर्शित होते हैं। इन्हें फॉर्म 17सी के दूसरे भाग में दर्ज किया जाता है। सील करने से पहले इन्हें कई बार देखा जा सकता है। इसके बाद यूनिट को स्विच ऑफ कर सील कर दिया जाता है। सील पर मतगणना निरीक्षक और प्रत्याशी या उसके एजेंट के साइन लिए जाते हैं।
सभी 542 सीटों के रुझान आए, एनडीए 340, यूपीए 104 और अन्य 98 सीटों पर आगे चल रहा है। बीजेपी अपने दम पर 300 के आंकड़े की ओर बढ़ रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश के अमेठी से बड़ी खबर आ रही है। अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से 2500 से ज्यादा वोटों से आगे चल रही हैं।
हर राउंड की गितनी के नतीजे की जानकारी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को दी जाती है। इनका दफ्तर ही ये जानकारी चुनाव के सर्वर में फीड करता है।
काउंटिंग सुपरवाइजर काउंटिंग एजेंट को बताते हैं कि कैसे ईवीएम बटन दबाते हैं, जिसके बाद हर कैंडिडेट्स के वोटों की संख्या दिख जाती है। जैसे चुनाव अधिकारी रिजल्ट बटन को दबाता है, हर उम्मीवार को पड़े वोट की संख्या आ जाती है।
इलेक्शन ऑफिसर सबसे पहले डाक से आए मतों को चेक करते हैं। उसके बाद उसे पोस्टल बैलेट टेबल पर भेज देते हैं। करीब आधे घंटे के बाद ईवीएम से वोटों की गिनती शुरू होती है।
542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय संसदीय चुनाव में यह सबसे अधिक मतदान है।
लोकसभा के साथ आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश ओडिशा तथा सिक्किम के विधानसभा चुनावों की भी मतगणना होगी।
वोटों की काउंटिंग करने वाले कर्मचारी सुबह 05 बजे काउंटिग टेबल पर पहुंच गए थे। पहले राउंड की काउंटिंग होने में 35 से 40 मिनट का वक्त लगा। मतगणना 15 से 16 राउंड तक होती है।
20,600 ईवीएम का वीवीपैट पर्चियों से मिलान होना है।
01 ईवीएम का पर्चियों से मिलान करने में करीब एक घंटे का वक्त लगेगा।
मतगणना की पुरानी व्यवस्था ही लागू है, इससे गिनती शुरू होने के 10 मिनट के अंदर ही रुझान मिलने शुरू हो गए थे। माना जा रहा है कि दोपहर तक रुझानों से स्थिति साफ हो जाएगी। हालांकि, वीवीपैट पर्चियों के मिलान करने की वजह से अंतिम नतीजों के आने में समय लग सकता है। हो सकता है कि अंतिम परिणाम देर रात तक आएं।
सबसे पहले इलेक्शन कमीशन की ऑफिशियल वेबसाइट eci.gov.in पर जाएं।
यहां बाईं तरफ मेन्यू का लिंक होगा, वहां क्लिक करें।
इसमें आपको इलेक्शन का सेक्शन दिखेगा जिसके ठीक नीचे General Election 2019 का लिंक होगा।
इस लिंक पर क्लिक करने के बाद रिजल्ट का पूरा लिंक eciresults.nic.in दिया गया होगा।
रिजल्ट के पूरे लिंक पर क्लिक करने के बाद आप नतीजे लाइव देख सकते हैं।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किया वोटर हेल्पलाइन ऐप एंड्रायड और आईफोन दोनों तरह के यूजर्स के लिए उपलब्ध है। अभी तक इस ऐप 50 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। वोटर टर्नआउट ऐप को एक लाख लोगों ने डाउनलोड्स किया था। वोटर हेल्पलाइन ऐप पर सभी उम्मीदवारों के विवरण लिए जा सकते हैं। साथ ही मतगणना दौरान आने वाले रुझानो और परिणामों को भी देखा जा सकता है।
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha election results 2019) की मतगणना से पहले चुनाव आयोग ने एक मोबाइल ऐप वोटर हेल्पलाइन (Voter Helpline) पेश किया है. इस ऐप के जरिया मतदाता चुनाव के रुझान और ताजा परिणाम को अपने मोबाइल फोन पर देख सकते हैं।
चुनाव के रूझान आने शुरू हो गए हैं। बीजेपी 9 सीटों पर तो कांग्रेस 2 सीटों पर आगे चल रही है।
बनारस, अमेठी, बेगूसराय समेत कई हॉट सीट हैं जिन पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। इन सीटों पर क्या चल रहा है इसके लिए आप हमारी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं। इसके अलावा इंटरनेट पर ऑनलाइन भी पढ़ सकते हैं।
अगर आपके पास इंटरनेट स्लो है तो आप एक बार अपने फोन में ऐप डाउनलोड कर लें। दरअसल ऐप डाउनलोड करने के बाद इंटरनेट अगर स्लो होगा तब भी आप लोकसभा चुनाव के नतीजों की जानकारी ले पाएंगे।
आप अपने स्मार्टफोन पर भी चुनाव के नतीजे लाइव देख सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस गूगल प्ले स्टोर में जाकर Jansatta लिखकर सर्च करना है। वहां आपको ऐप मिल जाएगा। जिसे आप अपने फोन में इंस्टॉल करके चुनाव के लाइव नतीजे देख सकते हैं।
वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी, लेकिन न्यूज चैनल्स पर अभी से माहौल बनने लगा है। पैनलिस्ट आकर बैठ गए हैं। चर्चा शुरू हो गई हैं। जानकार अपनी राय दे रहे हैं। सब अपना अपना अनुमान लगा रहे हैं कि किसको कितनी सीट मिलने वाली हैं।