बीएमसी कोविड सेंटर घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई में उद्धव ठाकरे के करीबियों के घर छापेमारी की। मुंबई में 16 से ज्यादा ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी हो रही है। ईडी ने आदित्य ठाकरे के करीबियों के घर भी छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक युवा सेना सचिव सूरज चव्हाण के घर भी ईडी ने छापेमारी की है।
बता दें कि सोमवार को ही महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया था कि बीएमसी में 12500 करोड़ का घोटाला हुआ है। मीडिया से बातचीत में फडणवीस ने कहा था कि हर हाल में घोटाला करने वालों से सरकार पाई-पाई वसूल करेगी। सीएजी रिपोर्ट के बाद यह घोटाला सामने आया है। इस मामले की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एसआईटी का भी गठन किया है।
क्या है पूरा मामला?
कोविड काल में बीएमसी की ओर से कोविड सेंटर में मेडिकल सर्विस और इक्विपमेंट्स जुटाने के लिए बाहरी कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट दिए गए। इस दौरान लाइफ लाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेस कंपनी को वरली और दहिसर में जम्बो कोविड सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट मिला था लेकिन यह कंपनी बोगस थी और इसका मेडिकल फील्ड में कोई तजुर्बा नहीं था।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया का आरोप है कि बोगस कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देकर 100 करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि लाइफ लाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेस कंपनी के नाम जून 2020 से मार्च 2022 तक कोविड सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट रहा। यह कंपनी नई होने और इसके पास अनुभव ना होने की वजह से पीएमआरडीए के अध्यक्ष होने के नाते तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस कंपनी को कोई भी ठेका ना देने की निर्देश दिया था।