National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने यंग इंडियन कंपनी में लेन-देन पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे से लगभग 7 घंटे तक पूछताछ की। जिसके लिए खड़गे ने संसद कार्यवाही के दौरान ईडी और सरकार पर जमकर निशाना साधा था। कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सरकार और ईडी पर आरोप लगाए हैं कि गुरुवार (4 अगस्त) की रात को विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के लिए आयोजित की गई डिनर पार्टी की मेजबानी करनी थी। लेकिन वह अभी भी ईडी के साथ हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा, “यह मोदी सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध की ऊंचाई है!” महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ कल पूरे भारत में होने वाले कांग्रेस पार्टी के मेगा विरोध से ध्यान हटाने के लिए ईडी के सम्मन को एक रणनीति बताते हुए, रमेश ने कहा कि यह एक “शुद्ध उत्पीड़न” है।

मोदी सरकार मंहगाई, बेरोजगारी और GST से डरी हुई

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया,“जो लोग खतरे की राजनीति में विश्वास करते हैं वे डरे हुए हैं और मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी से डरी हुई है। नागरिकों और घरों में आक्रोश है और सरकार इस ओर से ध्यान भटकाने के मकसद से ईडी के हथियार का इस्तेमाल कर रही है। हमने आज संसद में कहा, मोदी सरकार के दो भाई हैं – ईडी और सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो)।”

ED के नोटिस पर उठाए सवाल

इसके पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (4 अगस्त,2022) प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से समन भेजने के तरीके पर सवाल उठाएं। उन्होंने कहा राज्यसभा में पूछा, “जब संसद सत्र चल रहा है तो वे मुझे कैसे बुला सकते हैं?” बता दें, ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में खड़गे को पूछताछ के लिए बुलाया था। इस मामले में ईडी पहले ही कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं जैसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है।