नवजीवन गोपाल
पाकिस्तानी सीमा पर भारत के अटारी बार्डर में लगा देश के सबसे बड़ा तिरंगा अब थोड़ा छोटा हो जाएगा। 355 फीट ऊंचाई पर लगे तिरंगे का आकार पाकिस्तानी इलाके में चलने वाले तेज हवा और खराब मौसम के कारण छोटा करना पड़ेगा। 120 फीट गुणा 80 फीट के इस झंडे को लगाने वाले अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने कहा है कि अब इससे छोटा झंडा लगाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि देश का सबसे ऊंचा तिरंगा पाकिस्तान के लाहौर से भी दिखायी देता है।
अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट अब 72 फीट गुणा 48 फीट का तिरंगा लगाकर देखेगा। माना जा रहा है कि 355 फीट की ऊंचाई पर ज्यादा देर तक टिका रह सकेगा। फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के अनुसार भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिंरगे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3ः2 का होना चाहिए। छोटे झंडे का वजन कम होगा और इसकी कीमत भी कम होगी। पहले जो झंडा लगा हुआ था उसका वजन 100 किलो से ज्यादा था और उसकी कीमत एक लाख रुपये से ज्यादा थी।
अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट अटारी बार्डर पर बीटिंग रीट्रीट देखने जाने वाले पर्यटकों से अपील करेगा कि वो इस तिरंगे के लिए चंदा दें। अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट झंडे के सालाना देखरेख के लिए ऑनलाइन टेंडर जारी करने पर विचार कर रहा है। ट्रस्ट के अनुसार इस तिरंगे की देखरेख पर सालाना करीब 30 लाख रुपये खर्च होते हैं।
देश का सबसे ऊंचा तिरंगा इसी साल पांच मार्च को लगाया गया था। अब तक कम से कम चार झंडे खराब मौसम के कारण नष्ट हो चुके हैं। जिस दिन पहली बार झंडा फहराया गया उसी दिन वो मौसम के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। नए झंडे की उपलब्धतता न होने के कारण एक बार मरम्मत किया हुआ झंडा ही लगाना पड़ा था। इस तिरंगे के लगाए जाने के बाद पाकिस्तानी मीडिया में खबरें चली थीं कि भारत इस झंडे से पाकिस्तान की जासूसी करने का इरादा रखता है। हालांकि भारत ने इससे साफ इनकार किया था।