दिल्ली के पंजाबी बाग़ इलाके में बन रही स्वर्ण मंदिर की नक़ल वाली इमारत को ढहा दी गई। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह इमारत सिखों की भावना और मर्यादा के खिलाफ थी, इसलिए इसे नष्ट कर दिया।
दरअसल दिल्ली के पंजाबी बाग़ इलाके में मौजूद भारत दर्शन पार्क में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के द्वारा सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। इस पार्क में मैसूर पैलेस, चारमीनार सहित देश के 18 लोकप्रिय स्मारकों की नक़ल वाली इमारत बनाई जा रही है। इस पार्क में सिखों के सबसे पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर की नक़ल वाली इमारत बनाई जा रही थी।
Big Victory for DSGMC: Thanking the Sangat
We have succeeded in getting the replica of Sri Darbar Sahib dismantled from Punjabi Bagh Park. This replica was against Sikh Maryada because Darbar Sahib is not a tourist place which can be replicated. #UnitedWeStand pic.twitter.com/TxaOJrsiho— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) June 22, 2021
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार पार्क में बनाई जा रही स्वर्ण मंदिर की नक़ल वाली इमारत कबाड़ से बनाई जा रही थी और यह सबसे महंगी भी थी। लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसको लेकर एतराज जताया था। मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट से वीडियो पोस्ट कर कहा था कि श्री दरबार साहिब कोई पर्यटन स्थल नहीं है जिसकी नक़ल वाली इमारत बनाई जा सके। यह सिखों का पवित्र स्थान है। इसलिए सिर्फ पर्यटन के मकसद से ऐसी इमारत को बनाना सिखों की भावना आहत करना है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और सिख समाज के एतराज के बाद दिल्ली नगर निगम ने इसे ढहा दिया। इमारत को ढहाने के बाद मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि डीएसजीएमसी की बड़ी जीत, संगत का शुक्रिया। हम पंजाबी बाग पार्क से श्री दरबार साहिब की नक़ल वाली इमारत हटाने में सफल रहे हैं। यह सिख मर्यादा के खिलाफ थी।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने भी इस निर्माण पर एतराज जताया था। सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बीबी जागीर कौर ने कहा था कि दिल्ली स्थित पंजाबी बाग के नजदीक एक पार्क में श्री हरिमंदिर साहिब की नकल को तैयार करके लगाने की कोशिश का एसजीपीसी निंदा करती है। सिख कभी भी श्री हरिमंदिर साहिब की नकल को सहन नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था दिल्ली कमेटी के साथ इस मुद्दे पर एसजीपीसी संपर्क में थी। दिल्ली कमेटी ने इस इमारत को पार्क से हटा दिया है।