Akhilesh Yadav Vs Aniruddhacharya: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और अनिरुद्धाचार्य के बीच बातचीत का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इन दोनों के बीच हुई बातचीत चर्चा का विषय बन गई है। सपा चीफ ने अनिरुद्धाचार्य द्वारा शूद्र शब्द के लगातार इस्तेमाल पर सवाल उठाए और कहा कि आज से आपका रास्ता अलग और हमारा रास्ता अलग है।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अनिरुद्धाचार्य से सवाल करते हुए कहा, ‘मां यशोदा ने भगवान कृष्ण को सबसे पहले किस नाम से पुकारा था? मतलब, भगवान कृष्ण का पहला नाम क्या था।’ इसका जवाब देते हुए अनिरुद्धाचार्य ने कहा, ‘भगवान के बहुत सारे नाम हैं और उनकी मां ने उन्हें पहले कन्हैया कहकर बोला।’ इस पर अखिलेश यादव ने कहा, ‘बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं, बस यहीं आपका और हमारा रास्ता अलग-अलग हो गया। इसलिए कभी किसी को शूद्र मत कहना।

प्रवचन में अनिरुद्धाचार्य ने बातचीत का किया जिक्र

अनिरुद्धाचार्य ने बाद में एक प्रवचन के दौरान इस बातचीत को याद किया। उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर कहा, ‘एक बार मेरी मुलाकात एक राजनेता से हुई जिन्होंने मुझसे पूछा भगवान का नाम क्या है।’ मैंने उनसे कहा, ‘भगवान के अनगिनत नाम हैं। जैसे जब कोई बच्चा पैदा होता है, तो लोग पूछते हैं कि लड़का होगा या लड़की। इसी तरह, कन्हैया का पहला नाम लाला था। लेकिन लिखित रूप में वह कृष्ण था। कृष्ण कहलाने से पहले भी, लोग उन्हें लाला कहते थे या अपनी-अपनी भाषाओं में दूसरे नामों से पुकारते थे। अनिरुद्धाचार्य ने आगे कहा, ‘उन्होंने कहा कि यह कोई नाम नहीं है और इस नतीजे पर पहुंचे कि आपका रास्ता मेरे रास्ते से अलग है।’

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मैंने वही उत्तर दिया जो सच है – अनिरुद्धाचार्य

अनिरुद्धाचार्य ने कहा, ‘यूपी के पूर्व मुख्यंत्री मेरे से कहते हैं कि आपका रास्ता अलग और मेरा रास्ता अलग है। क्योंकि मैनें उनके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उनके मन मुताबिक उत्तर नहीं दिया। मैंने वही उत्तर दिया जो सच है। सोचिए वो नेता हमसे कह रहे हैं कि हमारा रास्ता अलग है और आपका रास्ता अलग है। वो मुसलमानों से नहीं कहते हैं कि तुम्हारा रास्ता अलग और मेरा रास्ता अलग है। वो मुसलमानों से कहते कि जो तुम्हारा रास्ता वो ही हमारा रास्ता है। सोचिए जब राजाओं के अंदर ही ऐसा द्वेष है तो इन राजाओं से इस देश का कैसे कल्याण होगा। ये प्रजा की कैसे सेवा करेंगे।’ सपा के पोस्टर से क्यों भड़के BJP और BSP?