कोरोना संकट के चलते थमे दिल्ली मेट्रो के पहिए सात सितंबर से फिर से चलने को तैयार हैं। इस दौरान मेट्रो में अगर आप यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आपकी मुलाकात एक खास मेहमान से हो सकती है। दरअसल, सीआईएसएफ ने पहली बार एक बेल्जियन मेलिनोइस ब्रीड के डॉगी की पोस्टिंग की है। पोलो नाम के इस डॉगी का काम दिल्ली मेट्रो स्टेशन्स पर जवानों की सुरक्षा जांच में मदद करना होगा। अगर आप पोलो को हल्के में ले रहे हैं तो आपको बता दें कि पोलो उसी ब्रीड का डॉगी है जिसकी मदद पाकिस्तान में अमेरिका ने आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने में ली थी।

कायरो नाम के डॉगी ने ओसामा बिन लादेन के खिलाफ ऑपरेशन में अमेरिकी सैनिकों की मदद की थी। राजधानी में पोलो की तैनाती को लेकर उसके हैंडलर एम मारीसेल्वम बताते हैं कि अमूमन सीआईएसएफ एक डॉगी के लिए एक हैंडलर रखता है लेकिन पोलो स्पेशल है इसकी हैंडलिंग के लिए दो लोगों को रखा गया है।

के9 के हेड इंस्पेक्टर राजेंद्र पिलानिया बताते हैं कि वह अन्य डॉगी से अलग है। अन्य ब्रीड के डॉगी 4-7 किलोमीटर चल सकते हैं लेकिन पोलो 40 किलोमीटर तक चल सकता है। इतना ही नहीं इसमें सूंघने की क्षमता गजब की होती है। साथी ही आतंकी हमलों के दौरान यह भी हमला करने में दक्ष होता है।उन्होंने बताया कि पोलो की तैनाती राजीव चौक और कश्मीरी गेट जैसे स्टेशनों पर हो सकती है। हम चोरी के मामलों की जांच में भी पोलो की मदद ले सकते हैं।

बता दें कि सीआईएसएफ के पास कुल 61 खोजी कुत्ते हैं जिनकी तैनाती दिल्ली मेट्रो के अलग-अलग स्टेशनों पर होनी है। कुत्तों को संभालने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पालन कर रहे हैं। यह अलग-अलग शिफ्ट में काम करेंगे।