Doda Vidhan Sabha Election Result 2024: जम्मू-कश्मीर की डोडा सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। इस बार बीजेपी ने इस सीट से गजय सिंह राणा को उतार रखा था। वहीं, पीडीपी के मंसूर अहमद बट्ट भी चुनावी मैदान में खड़े थे। कांग्रेस की तरफ से डोडा सीट से शेख रियाज को टिकट दिया गया है तो नेशनल कांफ्रेंस ने खालिद नजीब सुहरवर्दी पर भरोसा जताया था। इस सीट पर चुनाव के परिणाम धोषित कर दिए गए हैं।
आम आदमी पार्टी के मेहराज मलिक ने दर्ज की जीत
जम्मू-कश्मीर में भी आम आदमी पार्टी का खाता खुल गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के मेहराज मलिक ने 4538 वोटों के अंतर से भाजपा के प्रत्याशी को हराया है। मेहराज मलिक को 23228 वोट आए हैं, जबकि गजय सिंह राणा को 18690 वोट मिला है। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर हैं, उन्हें 13334 वोट मिले हैं। यहां 4170 वोटों के साथ कांग्रेस उम्मीदवार पांचवे नंबर पर हैं। तीन उम्मीदवारों को 1000 से कम वोट मिले हैं।
Doda Vidhan Sabha Election Result 2024: आम आदमी पार्टी ने बनाई बढ़त
डोडा विधानसभा सीट पर 12वीं राउंड की काउंटिंग में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मेहराज मलिक ने करीब 4500 वोटों के अंतर से भाजपा उम्मीदवार गजय सिंह राणा पर बढ़त बना ली है।
डोडा सीट से गजय सिंह राणा आगे
डोडा विधानसभा सीट पर नौवें राउंड की काउंटिंग चल रही है। चुनाव आयोग द्वारा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक गजय सिंह राणा बढ़त बनाए हुए हैं। आम आदमी दूसरे और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार 2964 वोटों के साथ पांचवें नंबर पर हैं।
पार्टी | नाम | वोट |
आम आदमी पार्टी | मेहराज मलिक | 23228 |
बीजेपी | गजय सिंह राणा | 18690 |
कांग्रेस | शेख रियाज | 4170 |
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने डोडा सीट अपने नाम की थी। इस सीट का इतिहास बताते है कि यहां पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ रही है, 1997 में हुए उपचुनाव में सुहरावर्दी ने ही यह सीट अपने नाम की थी। इसके बाद वानी 2002 और फिर 2008 में कांग्रेस की टिकट पर इस सीट से जीत गए थे। लेकिन 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में डोडा सीट ने अपना मिजाज बदला था और बीजेपी के शक्ति परिहर यहां से जीत गए थे।
अब इस बार डोडा सीट पर समीकरण बदले हुए हैं। इस चुनाव में वैसे तो कांग्रेस और एनसी का गठबंधन रहा है, लेकिन इस सीट पर फ्रेंडली फाइट रही है। बीजेपी को इसी समीकरण से अपने लिए फायदा दिखाई दे रहा है। अब कुछ देर में पता चलेगा कि यह फायदा रहता है या घाटे का सौदा साबित होता है।