द आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित दो दिवसीय दिवाली सेलिब्रेशन का मंगलवार (29 अक्टूबर, 2019) को समापन हुआ। आयोजन में शामिल हजारों लोगों ने धूमधाम से दिवाली का जश्न मनाया। मुंबई स्थित बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के MMRDA ग्राउंड पर हुए इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार लोग इकट्ठे हुए। इनमें करीब 500 विदेशी नागरिक भी शामिल थे।

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। इसके अलावा, कॉरपोरेट जगत कई दिग्गज, राजनेता, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, मीडियाकर्मी आदि भी शरीक हुए। बता दें कि 80 से ज्यादा देशों के 1 लाख से ज्यादा लोग भी ऑनलाइन इस कार्यक्रम से जुड़े थे।

आयोजन में हिस्सा लेने वाले लोगों को श्री श्री रविशंकर ने संबोधित किया। आयोजन की शुरुआत सोमवार को हुई। संयोग से यह गुजराती नव वर्ष की शुरुआत भी थी। महालक्ष्मी और कुबेर की पूजा के साथ-साथ महासत्संग का भी आयोजन हुआ। शाम के वक्त नृत्य, गायन और ध्यान से जुड़े कार्यक्रम आयोजित हुए। श्री श्री रविशंकर भी इन कार्यक्रमों में मौजूद थे। रविशंकर ने कहा कि मंत्रों का उच्चारण लोगों के अंदर की सकारात्मक ऊर्जा को बाहर लाता है।

रविशंकर ने कहा, ‘क्या होता है जब कोई आपको गाली देता है और कुछ बुरा कहता है? आपको गुस्से का एहसास होने लगता है। आपको पेट और सिर में उत्तेजना का एहसास होता है। अगर कोई बुरा शब्द या गाली आपके शरीर में ऐसी तीखी भौतिक प्रतिक्रिया पैदा कर सकती है तो आप सोचिए कि एक प्यारा सा नाम, एक मंत्र जिसमें कॉस्मिक एनर्जी छिपी है, क्या आपको फायदा नहीं पहुंचा सकता?’

बता दें कि आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन एक लोकोपकारी और शैक्षिक गैर सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना श्री श्री रविशंकर ने 1981 में की थी। इसके केंद्र 156 से ज्यादा देशों में हैं। यह ध्यान, योगा और श्वसन तकनीक पर आधारित तनाव उन्मूलन और आत्म विकास से संबंधित कार्यक्रम आयोजित कराता है।

(प्रेस रिलीज)