बीजेपी ने यह दावा किया है कि वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने चुनावी हलफनामे में कई जानकारियां छिपाई हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार के सदस्य खुद को कानून से ऊपर समझते हैं और प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड लोकसभा सीट के लिए अपने चुनावी हलफनामे में अपनी और अपने पति रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति से संबंधित आवश्यक जानकारी का खुलासा नहीं किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इसे हलफनामा कम और गांधी परिवार के ‘भ्रष्टाचार की स्वीकारोक्ति’ अधिक करार देते हुए कहा कि प्रियंका ने चुनावी हलफनामों में उम्मीदवारों के लिए अपनी, अपने जीवनसाथी की संपत्ति का पूरा खुलासा करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन किया है।
क्या है पूरा मामला?
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “यह परिवार ऐसा क्यों मानता है कि वह कानून से ऊपर है? सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि आपराधिक इतिहास, खुद की और जीवनसाथी समेत घर के लोगों की संपत्ति की घोषणा जरूरी होती है, यह मतदाता और लोगों का जानने का अधिकार है। लेकिन उनके हलफनामे में आवश्यक जानकारी का खुलासा नहीं किया गया है।” प्रियंका गांधी ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया, जिसमें उन्होंने अपनी और अपने पति की संयुक्त चल-अचल संपत्ति 77.55 करोड़ रुपये बताई थी।
गौरव भाटिया ने आरोप लगाया और कहा कि अगर पूरी दुनिया में कोई सबसे भ्रष्ट राजनीतिक परिवार है, तो वह गांधी परिवार है। जब अपनी संपत्ति सार्वजनिक करने की बात आती है, तो ये लोग सोचते हैं कि वे संविधान की धज्जियां उड़ा देंगे, कानून को तोड़-मरोड़ देंगे और जनता को मूर्ख बना देंगे।
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अदालती आदेशों और सार्वजनिक डोमेन में मौजूद आयकर दस्तावेजों का हवाला देते हुए भाटिया ने गांधी परिवार द्वारा नेशनल हेराल्ड की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया और ट्रस्ट के माध्यम से एसोसिएटेड जर्नल्स में उनके शेयरों के स्वामित्व का कोई उल्लेख न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “गांधी परिवार को खुद को कानून से ऊपर समझने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और यह समझना चाहिए कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देकर वायनाड के लोगों के साथ विश्वासघात किया है, इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने का कोई अधिकार नहीं है।”