उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली के पास मंगलवार को खीरगंगा नदी के ऊपर बादल फट गया था। नदियों के उफान की वजह से वहां स्थित 20-25 होटल और होम स्टे के बह गए। अभी तक 60 से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना है। भारतीय सेना ने कहा कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धराली में बादल फटने के बाद भारतीय सेना ने मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (Humanitarian Assistance and Disaster Relief) अभियान शुरू किया है। कई सड़कों के टूटने और एक पुल के ढह जाने के कारण यह क्षेत्र वर्तमान में उत्तर और दक्षिण दोनों से कटा हुआ है। 225 से ज़्यादा सैन्यकर्मी (जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं) खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए जमीन पर तैनात हैं। हालांकि NDRF के मोहसिन शहीदी का कहना है कि अभी करीब 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए युद्ध स्तर पर काम जारी है। प्रशासन के मुताबिक अभी तक इस घटना की वजह से चार लोगों की मौत हुई है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे धराली
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह ही धाराली पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने हादसाग्रस्त क्षेत्र में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की सभी तरह की मदद की जाएगी। सीएम धामी ने कहा कि सेना, NDRF, SDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। हादसे के चलते रास्तों पर पड़े मलबे को हटाकर उन्हें खोलने और बिजली सप्लाई के लिए भी काम शुरू किया गया है। सीएमओ द्वारा बताया गया कि आज पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम धामी से बात की थी और राज्य को हर संभव प्रदान करने का आश्वासन दिया था।
Dharali Uttarkashi Cloudburst Viral video
सोशल मीडिया पर वायरल है तबाही का वीडियो
इस भयानक घटना के वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हैं। उत्तरकाशी के धराली गांव की ओर एक पहाड़ी से पानी की तेज धारा बहते हुए दिख रही है और सेकेंडों में वह रौद्र रूप लेकर कई घरों को बहा ले जाती है। इस दौरान लोगों की तेज चीख-पुकार की आवाजें भी सुनाई देती है। इसके चलते भारतीय सेना, NDRF, SDRF ने तत्काल ही राहत बचाव के लिए मोर्चा संभाल लिया था और लोगों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है।
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धराली में बचाव अभियान को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक की। उन्होनें X पर एक पोस्ट में लिखा, “देर रात्रि कैंप कार्यालय उत्तरकाशी में NDRF और ITBP के अधिकारियों के साथ बैठक कर धराली में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की। सेना, NDRF, ITBP, SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से धराली में वृहद स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बंद सड़कों को खोलने का काम भी निरंतर गतिमान है और जनजीवन को सामान्य बनाने के प्रयास जारी है।”
स्वास्थ्य विभाग ने आपदा में घायलों को उपचार प्रदान करने के लिए दून मेडिकल कॉलेज, कोरोनेशन जिला अस्पताल और एम्स ऋषिकेश में बेड रिजर्व्ड किए हैं। इसके अलावा विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी उत्तरकाशी के लिए रवाना किया गया है। विशेष रूप से मनोचिकित्सक भी आपदाग्रस्त क्षेत्र में भेजे गए हैं।
उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने की घटना पर एसडीआरएफ आईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा, “सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। टीमें समन्वित तरीके से बचाव अभियान चला रही हैं। एक शव बरामद किया गया है। हमारी टीमें उपकरणों के साथ कल तक पहुंच जाएंगी, जिससे बचाव अभियान को गति मिलेगी। हमने कई लोगों को बचाया है।”
उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने की घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “इस हादसे में घायल हुए लोगों के सर्वोत्तम संभव इलाज की व्यवस्था की जा रही है। हम सब मिलकर इस आपदा से उबरेंगे। इस समय हम सभी को पीड़ितों के साथ खड़ा होना है। ऑपरेशन शुरू हो चुका है और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहां काफी मलबा है।”
राज्य सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने चंडीगढ़, सरसावा और आगरा से 2 चिनूक और 2 एमआई – 17 हेलीकॉप्टर, बुधवार तड़के ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उपलब्ध करा दिए हैं। सड़क यातायात बहाल करने के लिए चिनूक हेलीकॉप्टर से भारी मशीनरी भी पहुंचाई जा रही है। बचाव अभियान में सेना के 125 अधिकारी और जवान, आईटीबीपी के 83 अधिकारी और जवान भी लगे हुए हैं। इधर बीआरओ के 06 अधिकारी, 100 से अधिक मजदूरों के साथ बाधित सड़कों को खोलने में जुटे हुए हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाते हुए, राहत कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे कर्मियों से भी मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत सामग्री समयबद्ध तरीके से प्रभावितों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों को गति देने के उद्देश्य से दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से आवश्यक खाद्य और राहत सामग्री धराली क्षेत्र में पहुंचाई गई है। धामी ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाते हुए, सामान्य स्थिति बहाल करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बुधवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर धराली क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा और इसके बाद चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
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धराली (उत्तरकाशी) में राहत एवं बचाव अभियान में केंद्र के साथ ही राज्य की एजेंसियां भी युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मौसम की चुनौतियों के बावजूद आपदा ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की है। सीएम ने बचाव और राहत अभियान में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
धराली में बादल फटने और भूस्खलन की घटना के बाद ड्रोन फुटेज से पता चला कि घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं अबतक रेस्क्यू टीम ने 190 लोगों को बचाया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
भारतीय सेना ने कहा, “उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धराली में बादल फटने के बाद भारतीय सेना ने मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (Humanitarian Assistance and Disaster Relief) अभियान शुरू किया है। कई सड़कों के टूटने और एक पुल के ढह जाने के कारण यह क्षेत्र वर्तमान में उत्तर और दक्षिण दोनों से कटा हुआ है। 225 से ज़्यादा सैन्यकर्मी) जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं) खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए जमीन पर तैनात हैं। टेकला के पास रीको रडार के साथ 7 टीमें काम कर रही हैं। हर्षिल में खोज एवं बचाव कुत्ते तैनात हैं। रिमाउंट और पशु चिकित्सा केंद्रों से और भी कुत्ते आ रहे हैं।”
हर्षिल में अचानक आई बाढ़ के बाद भारतीय वायु सेना ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बरेली स्थित Mi-17 और ALH Mk-III हाई अलर्ट पर हैं और आगरा से An-32 और C-295 विमान प्रभावित क्षेत्रों में मिशन के लिए देहरादून पहुँच चुके हैं।
हर्षिल में अचानक आई बाढ़ के बाद भारतीय वायु सेना भी राहत बचाव के काम में जुटी हुई है। बरेली स्थित Mi-17 और ALH Mk-III हाई अलर्ट पर हैं और आगरा से An-32 और C-295 विमान प्रभावित क्षेत्रों में मिशन के लिए देहरादून पहुंच चुके हैं। राहत और बचाव सामग्री पहुंचाने के साथ-साथ भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना को बचाव अभियानों के लिए तैयार करने के लिए आगरा और बरेली स्थित वायु सेना स्टेशनों को रात में ही सक्रिय कर दिया गया था।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धराली में बादल फटने और भूस्खलन के घटना स्थल पर पहुंचे। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली में स्थानीय लोगों से मुलाकात की।
उत्तरकाशी के हादसे को लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच आज पीएम मोदी से उत्तराखंड के सांसदों ने मुलाकात की है। इस दौरान सांसद अनिल बलूनी ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के संबंध में आज अपने साथी सांसदों महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह जी, त्रिवेंद्र सिंह रावत जी एवं अजय भट्ट जी के साथ माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से मुलाकात की।
अनिल बलूनी ने लिखा, “प्रधानमंत्री उत्तरकाशी में आई इस भीषण विपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे स्वयं राहत एवं बचाव कार्य की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां राहत, बचाव एवं पुनर्वास के कार्य में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार धराली सहित सभी आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। साथ ही, केंद्र सरकार उत्तराखंड को इस आपदा से लड़ने और बाहर निकालने में हर तरह से मदद दे रही है।”
उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन की घटना पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि इस घटना से हर कोई दुखी है। पहाड़ों में रहने वाले लोग ऐसी प्राकृतिक आपदाओं के बाद डर में हैं। हम प्रार्थना कर रहे हैं कि स्थिति जल्द सुधर जाए।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में नदी और आसपास के क्षेत्रों के बढ़े हुए जल स्तर का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने कहा कि करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। जहां तक जानकारी है, चार लोग मृत पाए गए हैं और 100 से ज़्यादा लोग लापता हैं। हम अभी भी स्थानीय प्रशासन से पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं। एनडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं।
उत्तरकाशी में लगातार इस वक्त कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आ रही है। सड़कें भी खोलने में काफी परेशानी आ रही है क्योंकि बारिश की वजह से लगातार मलबा नीचे गिर रहा है, जिसके चलते खराब सड़कों की वजह से मरम्मत और रेस्क्यू में ज्यादा समय लग रहा है।
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना पर नैनीताल-उधमसिंह नगर से बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह घटना की हर बारीकी से जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। कई सड़कें बह गई हैं। जानकारी के अनुसार, 120 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है और उनका इलाज चल रहा है। हम प्रार्थना करते हैं कि मौसम में सुधार हो ताकि हमारे सेना के हेलीकॉप्टर प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट कर सकें और बचा सकें… केंद्र सरकार की एजेंसियां बचाव अभियान चलाने के लिए काम कर रही हैं।
उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण NH-34 पर कई जगहों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिसमें पापड़गाड़ में 100 मीटर का बहाव और धराली के पास मलबा जमा होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। खराब मौसम लगातार बारिश और कीचड़ के बावजूद BRO द्वारा मरम्मत कार्य जारी है।
उत्तरकाशी बादल फटने की घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा भी लिया। इसके साथ ही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (ईओसी) भी पहुंचे।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी हादसा ग्रस्त गांव धराली पहुंचे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कल जो आपदा आई है, उसमें सभी एजेंसियां काम कर रहीं हैं। सभी लोग आगे आकर बचाव के काम में लगे हैं। कल लगभग 130 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभी लगातार खोजबीन जारी है। रास्तों में चूंकि काफी ज्यादा मौसम खराब होने के कारण से अनेक स्थानों पर रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई जगह पहुंचना मुश्किल हो रहा है फिर भी एजेंसियां अपने काम पर लगीं हैं। सीएम ने कहा कि बिजली बहाली की कोशिशें शुरू कर दी गई है।
उत्तराखंड के सीएम के कार्यालय द्वारा बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उत्तराखंड जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा और राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति की जानकारी ली। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयाँ आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
उत्तरकाशी के हर्षिल में बादल फटने के बाद चारों तरफ तबाही का मंजर है। कई क्षेत्रों में भूस्खलन की खबरें हैं, जिसके चलते उत्तरकाशी हर्षिल मार्ग ठप हो गया है और प्रशासन जल्द से जल्द मलबा हटाने में जुटा हुआ है।
उत्तराखंड के टिहरी क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच प्लासडा (नरेंद्रनगर) के पास प्लासडा चौकी से आगे मलबे में एक कार फंस गई है, जिसे निकालने के लिए जुटे हुए हैं।
उत्तरकाशी में भारी त्रासदी के बाद कमांडिंग अफसर कर्नल हर्षवर्धन की अगुवाई में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो गया है। उनके साथ ही 150 जवानों की टीम मलबे में फंसे लोगों को निकालने के काम में जुटी हुई है। जवान खोजी कुत्तों के साथ ही ड्रोन और धरती के अंदर जिंदगी खोजने वाले अर्थमूविंग उपकरण भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पिछले दो दिनों से भारी बारिश के कारण निगुलसरी NH-05 पर भारी भूस्खलन हुआ है। सड़कों पर चट्टानों के गिरने से रास्ता ही बंद हो गया है। किन्नौर पुलिस व जिला प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि अगर जरूरी न हो तो किसी भी तरह की यात्रा न करें।