पिछले हफ्ते ढाका में हुए आतंकवादी हमले की जांच में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां बांग्लादेश के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इस हमले में 22 लोग मारे गए थे। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारतीय एजेंसियां बांग्लादेश के जांच अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं ताकि ढाका के राजनयिक इलाके के मशहूर होली आर्टिसन बेकरी में 12 घंटे के बंधक संकट के पीछे की साजिश का पता लगाया जा सके। अधिकारी ने बताया, ‘चूंकि वहां एक मित्र सरकार है, इसलिए हमें बांग्लादेश की मदद करनी है। हम वह कर रहे हैं।’

बहरहाल, अब तक यह साफ नहीं हुआ है कि क्या भारतीय अधिकारी ढाका में बांग्लादेशी जांच अधिकारियों के साथ छानबीन के काम में लगे हैं। 20 बंधकों और दो पुलिस अधिकारियों की हत्या की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट नाम के आतंकवादी संगठन ने ली है। बहरहाल, बांग्लादेश सरकार ने इस्लामिक स्टेट के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि इस हमले में स्थानीय आतंकवादी शामिल थे।

बहरहाल, अधिकारी ने संकेत दिए कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस आतंकवादी वारदात से आईएसआईएस के तार जुड़े होने की बात कही है। मारे गए बंधकों में 19 साल की भारतीय लड़की तारिषी जैन, नौ इतालवी नागरिक, सात जापानी नागरिक, एक बांग्लादेश मूल के अमेरिकी नागरिक और दो बांग्लादेशी नागरिक शामिल थे। बांग्लादेशी सुरक्षा बलों की ओर से की गई कार्रवाई में छह हमलावर भी मारे गए थे जबकि एक को जीवित पकड़ लिया गया था।