देवभूमि उत्तराखंड के चार धामों में शामिल केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलते ही पहले दिन ही भक्तों का रेला टूट पड़ा। यमुनोत्री के मार्ग पर भक्तों और पर्यटकों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस को अपील करनी पड़ी कि अब और यात्री आज यहां नहीं आएं। तीनों धामों के कपाट शुक्रवार को ही अक्षय तृतीया के पर्व पर खोल दिये गये थे, जबकि बद्रीनाथ के कपाट रविवार की सुबह खोले गये। यमुनोत्री में पहले दिन करीब 32 हजार तीर्थयात्री दर्शन करने के लिए वहां पहुंचे। पुलिस ने भक्तों की संख्या बढ़ने पर अव्यवस्था की आशंका जताई थी। भीड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर अफसरों में भी हड़कंप मच गया। व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे।

उत्तरकाशी पुलिस ने सोशल मीडिया पर लोगों से की अपील

हालांकि अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, सब कुछ ठीक है, कहीं कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि बाकी तीर्थयात्री अपनी यात्रा फिलहाल स्थगित कर दें और अगले दिन दर्शन की योजना बनाएं। रविवार सुबह उत्तरकाशी पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। इसमे लिखा, “आज श्री यमुनोत्री धाम पर क्षमता के अनुसार पर्याप्त श्रद्धालु यात्रा के लिये पहुंच चुके हैं। अब और अधिक श्रद्धालुओं को भेजना जोखिम भरा है। जो भी श्रद्धालु आज यमुनोत्री यात्रा पर आने जा रहे हैं, उनसे विनम्र अपील है कि आज यमुनोत्री जी की यात्रा स्थगित करें।”

बदरीनाथ धाम में ब्रह्म मुहूर्त में कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने के अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी। बदरीनाथ धाम में ब्रह्म मुहूर्त में सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। हल्की बारिश के बीच सेना के बैंड एवं ढोल नगाड़ों की धुन पर स्थानीय महिलाओं के पारंपरिक संगीत और नृत्य ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पहले कुबेर जी, उद्धव जी एवं गाडू घड़ा को दक्षिण द्वार से मंदिर परिसर में लाया गया फिर मंदिर के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी समेत अन्य पदधिकारियों, मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, तीर्थ पुरोहितों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी में विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले गए।

रावल ने इसके बाद गर्भगृह में भगवान बदरीनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। मंदिर के कपाट खुलने के एक दिन पहले से ही बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के बाद अब बदरीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही सभी चारों धामों के कपाट खुल चुके हैं और चारधाम यात्रा पूरी तरह से शुरू हो गयी है।

पिछले साल बदरीनाथ में दर्शन के लिए रिकार्ड 1839591 श्रद्धालु पहुंचे थे और लोगों के उत्साह को देखते हुए राज्य सरकार को इस बार और श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है । आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शनिवार शाम चार बजे तक सात लाख 37 हजार 885 श्रद्धालु बदरीनाथ के लिए अपना आनलाइन पंजीकरण करवा चुके थे ।