महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फड़णवीस ने शिवसेना सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार जानबूझकर उन्हें और पूर्व सीएम को निशाना बना रही है। अमृता फडणवीस ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर की है जिसमें उन्होंने कहा है कि एक खराब नेता को चुनना महाराष्ट्र की गलती नहीं लेकिन उस खराब नेता के साथ रहना गलती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को इस बारे में सोचना होगा।

उन्होंने एक न्यूज पेपर की रिपोर्ट शेयर करते हुए शिवसेना के शासन वाले ठाणे नगर निगम के फैसले की आलोचना की है। दरअसल ठाणे नगर निगम ने अपने बैंक खातों को एक्सिस बैंक से हटवाकर एक सरकारी बैंक में ट्रांसफर करवा दिए हैं। अमृता एक्सिस बैंक में वरिष्ठ पद पर हैं। उन्होंने ट्वीट किया ‘देवेंद्र फडणवीस से शादी होने से पहले ये सभी खाते एक्सिस बैंक को मिले थे, उस समय कांग्रेस-एनसीपी का शासन था। प्राइवेट बैंक भी भारतीय बैंक हैं और तकनीकी स्तर पर बेहतर काम कर रहे हैं। इस सरकार को तर्क के आधार पर सोचना चाहिए और दूसरे बैंक में खाते बदलकर उन्होंने देवेंद्र और मुझे निशाना बनाया है।’

वहीं पूर्व सीएम की पत्नी की इस टिप्पणी पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने उन्हें आड़े हाथों लिया और उनसे एक बार फिर भिड़ गईं। उन्होंने कहा है कि एक बैंक कर्मचारी पूरे महाराष्ट्र को पाठ नहीं पढ़ा सकती। उन्होंने ट्वीट किया ‘एक बैंक कर्मचारी पूरे महाराष्ट्र को पाठ नहीं पढ़ा सकती। हैरानी की बात यह है कि वह इसे प्रतिशोध कह रही है। वह इस बात से सहमत है कि पूर्व सीएम ने एक्सिस बैंक में खातों को ट्रांसफर करने का पक्ष लिया था क्योंकि वह वहां कार्यरत हैं। यदि खातों को ट्रांसफर करने का निर्णय उनके और पूर्व सीएम की भागीदारी के तहत किया गया तो ऐसे में उन्हें टारगेट करना का सवाल कहां से खड़ा हो सकता है?’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘मैं महाराष्ट्र सरकार से आग्रह करती हूं कि फडणवीस के कार्यकाल में एक्सिस बैंक में किन परिस्थितियों में ये खाते ट्रांसफर किए गए इनकी जांच की जाए। इसकी भी जांच करें कि क्या खातों को स्थानांतरित करने के बाद एक्सिस बैंक द्वारा भाजपा की योजनाओं को कोई सीएसआर दिया गया था या नहीं।’