सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर दो रुपए स्पेशल एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का निर्णय लिया है। एक रुपए रोड सेस भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने यह कदम उठाया है। बढ़ें हुए दाम 14 मार्च, 2020 यानी शनिवार से प्रभावी रूप से लागू हो जाएंगे। उम्मीद है कि इस फैसले से सरकार की आय दो हजार करोड़ रुपए तक बढ़ जाएगी।

एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपए बढ़ाकर आठ रुपए कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपए बढ़कर अब चार रुपए प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपए कर दिया गया है। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समायोजित हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।

ऐसे में पेट्रोल और डीजल के दामों में आज भी मामूली गिरावट आई है। आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 69.87 प्रति लीटर और डीजल 62.58 प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण संभावित मंदी के चलते और वैश्विक तेल की कीमतों में गिरावट के चलते शुल्क बढ़ोतरी हुई है।

सरकार से जुड़े एक सूत्र ने सीएनबीसी-टीवी18 को बताया, ‘पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की वैश्विक कीमत में कमी का उपभोक्ताओं को महत्वपूर्ण लाभ मिला है। अब शुल्क दरों में वृद्धि से मौजूदा वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए बुनियादी ढांचे और व्यय के अन्य विकासात्मक मदों के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध होंगे।’

उन्होंने आगे कहा कि इस साल की पहली तिमाही में कच्चे तेल की कीमतों में कमी का लाभ उपभोक्ता को काफी मिला है। ऐसे में सरकार ने तंग राजकोषीय स्थिति के मद्देनजर कुछ राजस्व बढ़ाने के लिए ड्यूटी बढ़ाने का यह कदम उठाया है। इससे आधारभूत संरचना के विकास के लिए संसाधन तैयार करने में मदद मिलेगी।’