नोटबंदी की घोषणा के बाद 14 दिनों में प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खुले बैंक खातों में जमा की जाने वाली राशि में 30 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार नोटबंदी की घोषणा के बाद जन धन खातों में 21 हजार करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा की थी। इन आंकड़ों के अनुसार पिछले दो हफ्तों में जन धन खातों में जमा की जाने वाली साप्ताहिक राशि में 3200 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 31 मार्च 2016 से नौ नवंबर 2016 के बीच जन धन खातों में औसत साप्ताहिक जमाराशि 311 करोड़ थी। पिछले दो हफ्तों में ये राशि बढ़कर 10,500 करोड़ रुपये हो गई है। इस तरह आम तौर पर जितनी राशि जन धन खातों में एक साल में जमा होती करीब उतनी ही राशि पिछले 14 दिनों में जमा की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2014 में जन धन योजना शुरू की थी। तब से नौ नवंबर 2016 तक देश भर के जन धन खातों में 45,636.61 करोड़ रुपये जमा थे। 22 नवंबर को सभी जन धन खातों में जमा कुल राशि बढ़कर 66,636 करोड़ रुपये हो गयी थी। सरकारी सूत्रों के अनुसार जन धन खातों में पैसे जमा करने के मामले में सबसे ज्यादा तेजी पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में आई है। नौ नवंबर तक पश्चिम बंगालके जन धन खातों में 6286.65 करोड़ रुपये जमा थे। जन धन खातों और जीरो बैलेंस खातों में सबसे अधिक 7493.50 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश में जमा किए गए हैं। कर्नाटक में नौ नवंबर को इन खातों में 1456.96 करोड़ रुपये जमा किए गए। नौ नवंबर के बाद के राज्यवार आंकड़े अभी नहीं आए हैं।
जन धन योजना के तहत खोले हुए 25.51 करोड़ बैंक खातों में करीब 10 प्रतिशत (2.44 करोड़) पश्चिम बंगाल में खोले गए थे लेकिन इन खातों में जमा कुल राशि का करीब 14 प्रतिशत राज्य में जमा हुए हैं। पश्चिम बंगाल में जन धन खातों में औसतन 2577.83 रुपये जमा हैं। इस मामले में पश्चिम बंगाल पंजाब (3400.88 रुपये) और हरियाणा (3084 रुपये) के बाद देश में तीसरे स्थान पर है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार कालेधन को ठिकाने लगाने में जुटे कुछ लोग जन धन खातों की दुरुपयोग की कोशिश कर सकते हैं।
जन धन खातों में 50 हजार रुपये तक ही जमा किए जा सकते हैं। नौ नवंबर तक जन धन खातों में जमा राशि का राष्ट्रीय औसत 1788.85 रुपये था। इनमें से 23.27 प्रतिशत खाते जीरो बैलेंस खाते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल मई में आगाह किया था कि जन धन खातों का दुरुपयोग कालेधन को सफेद करने में किया जा सकता है। नोटबंदी लागू होने के बाद वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि जन धन खातों पर विशेष नजर रखी जाए और सभी खाताधारकों से केवाईसी भरवाई जाए।