दिल्ली के तीस हजारी अदालत में बुधवार की दोपहर वकीलों के दो गुटों के बीच आपसी विवाद में जमकर बहस और मारपीट हुई। इसके बाद एक पक्ष से एक शख्स ने पिस्टल निकालकर सरेआम फायरिंग शुरू कर दी। घटना में किसी को गोली लगने या घायल होने की सूचना नहीं है। पुलिस के मुताबिक वकीलों के दो गुट किसी बात पर आपस में ही भिड़ गये। इस दौरान एक-दूसरे को गालियां भी दी गईं। वीडियो में गालियां साफ सुनी जा सकती हैं।
दिल्ली बार काउंसिल के चेयरमैन ने कोर्ट में फायरिंग की घटना पर जताई नाराजगी
दिल्ली बार काउंसिल के चेयरमैन केके मेनन ने तीस हजारी कोर्ट में फायरिंग की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, “मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। इस बात की भी जांच कराई जाएगी कि हथियार लाइसेंसी था या नहीं। यदि हथियार लाइसेंसी है तब भी कोई वकील या अन्य कोई भी उसे अदालत परिसर और उसके आसपास इस तरह इस्तेमाल नहीं कर सकता है।”
पुलिस ने कहा कानूनी कार्रवाई की जा रही है
इस मामले में पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा, “सब्जी मंडी पुलिस स्टेशन पर दोपहर 1.35 बजे तीस हजारी अदालत के बाहर फायरिंग होने की सूचना दी गई थी। पुलिस टीम वहां पहुंची तो दो पता चला कि वकीलों के दो गुटों के बीच विवाद के बाद कथित रूप से हवा में फायरिंग की गई। घटना में वकीलों के कई पदाधिकारी भी शामिल थे। हालांकि कोई घायल नहीं हुआ है। फिलहाल वहां स्थिति सामान्य है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के वीडियो में एक व्यक्ति हवा में गोली चलाता हुआ दिखाई दे रहा है जबकि अन्य लोग पत्थर फेंकते और लकड़ियों की तख्तियां उछालते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दो समूह, जिसमें से ज्यादातर लोग सफेद कमीज में हैं, हाथों में डंडे लिए और एक-दूसरे के साथ गाली-गलौज करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वहीं एक और वीडियो में गोलीबारी के घटनास्थल पर खोखे भी देखे जा सकते हैं। पुलिस के मुताबिक, हालात सामान्य हैं और कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (मध्य रेंज) परमादित्य भी मौके पर पहुंचे। पुलिस का कहना है कि अभी इस बात का पता नहीं चला है कि हथियार लाइसेंसी थे या गैर-लाइसेंसी।
