Delhi Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में ठंड की दस्तक के साथ ही एक बार फिर प्रदूषण लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनने लगा है। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता हर साल की तरह ही, खराब और बहुत खराब के स्तर तक पहुंच रही है। अभी दीवाली बीती भी नहीं है और हवा में घुला जहर लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है। सवाल यह भी है कि जब अभी यह स्थिति है, तो दिवाली के बाद क्या होगा। दिल्ली में प्रदूषण की चर्चा के बीच आज पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के साथ निकलीं सीएम आतिशी ने आनंद विहार का दौरा किया और बताया कि उनकी सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए क्या कर रही है।
दरअसल, दिल्ली में आज प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में ही रहा और आनंद विहार इलाका तो इसका एक अहम हॉटस्पॉट साबित हुआ है। जहां का वायु गुणवत्ता यानी AQI 445 दर्ज किया गया। इस बीच दिल्ली की सीएम आतिशी गोपाल राय के साथ आनंद विहार पहुंचीं और प्रदूषण की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने प्रदूषण के लिए सीएम आतिशी ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया।
CM आतिशी ने गिनाया कामकाज
आनंद विहार में पहुंची आतिशी ने दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण रोधी उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। हमने 99 टीमें बनाई हैं, जो दिल्ली भर में धूल नियंत्रण उपायों को लागू करने में जुटी हैं। हमारी 325 से ज्यादा स्मॉग गन तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। PWD और MCD ने दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए अपने सभी संसाधन लगा दिए हैं।
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दिल्ली में आ रहीं डीजल बसें
आतिशी आनंद विहार आईएसबीटी का उदाहरण दिया और कहा कि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं, जबकि दूसरे राज्यों से डीजल बसें आ रही हैं, जिसके कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। सीएम आतिशी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा के ईंट भट्टों और थर्मल पावर प्लांट्स भी बढ़ते प्रदूषण की एक अहम वजह हैं।
बीजेपी पर लगाए राजनीति करने के आरोप
इसके अलावा बीजेपी पर हमलावर होते हुए आप नेता सत्येंद्र जैन ने कहा कि यमुना को साफ करने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने बड़े पैमाने पर काम किया है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह यमुना की सफाई नहीं होने देना चाहती क्योंकि इससे उनका राजनीतिक स्वार्थ प्रभावित होता है।
पराली जलाने को लेकर बदले सुर
ध्यान देने वाली बात यह है कि जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बनी थी, तो दिल्ली सरकार प्रदूषण का सारा ठीकरा पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाने की बताती थी। इसके बाद जब सरकार बन गई तो आप सरकार ने दिल्ली के प्रदूषण पर जिम्मेदारी को लेकर सारा ठीकरा हरियाणा और यूपी पर फोड़ दिया।
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पराली पर पंजाब को क्लीन चिट?
ध्यान देने वाली बात यह है कि जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बनी थी, तो दिल्ली सरकार प्रदूषण का सारा ठीकरा पंजाब में किसानों द्वारा परली जलाने की बताती थी। इसके बाद जब सरकार बन गई तो आप सरकार ने दिल्ली के प्रदूषण पर जिम्मेदारी को लेकर सारा ठीकरा हरियाणा और यूपी पर फोड़ दिया।
सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के साथ-साथ यमुना में जल प्रदूषण भी बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण बीजेपी की गंदी राजनीति है। सीएम आतिशी ने कहा दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाना है, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पराली जलाने की घटनाओं में 50% की कमी आई है।
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पहले भी पड़ोसियों पर इल्जाम लगा चुकी है AAP
यह पहली बार नहीं है कि जब दिल्ली सरकार ने राज्य में दिखती अपनी नाकामियों के लिए पड़ोसी राज्यों पर ठीकरा फोड़ा हो। इससे पहले पिछले साल जब दिल्ली में जलभराव के चलते बाढ़ की स्थिति आई थी, तो दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के बजाए तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल ने सारा ठीकरा हरियाणा पर फोड़ा था और आरोप लगाया था कि हरियाणा से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते राज्य में बढ़ की स्थिति है। यहां तक की उस दौरान यह भी कह दिया गया था कि यूपी भी दिल्ली में पानी छोड़ रहा है, जो कि अजीबो-गरीब बयान था।
इसी तरह जब इस साल दिल्ली में पानी की किल्लत हुई तो जल संरक्षण के लिए किए गए इंतजामों पर ध्यान देने से इतर दिल्ली सरकार ने हरियाणा पर आरोप लगा दिए थे, वहां से दिल्ली की जरूरत के अनुसार पानी नहीं भेजा जा रहा, जबकि बीजेपी इसके लिए टैंकर माफियाओं की साजिश बताती रहीं।
जल संकट के दौरान लोगों की समस्या हल करने के बजाए खुद दिल्ली की तत्कालीन जल मंत्री आतिशी अनशन पर बैठ गई थीं, जिसको लेकर काफी विवाद भी खड़े हुए थे। वहीं अब दिल्ली सरकार दिल्ली में प्रदूषण को लेकर यूपी और हरियाणा पर गंभीर आरोप लगाने लगी है।
