दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति विस्फोटक बनी हुई है, उसे देखते हुए केजरीवाल सरकार अब आर्टिफिशियल रेन की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि 20 और 21 नवंबर को सरकार राजधानी में आर्टिफिशियल रेन करवा सकती है। इस प्लान को सुप्रीम कोर्ट में भी पेश किया जाएगा और उसके बाद ही कोई अंतिम फैसला होगा। अभी के लिए राज्य सरकार चाहती है कि केंद्र मदद करे जिससे राजधानी में कत्रिम बारिश करवाई जा सके।
दिल्ली में आर्टिफिशियल रेन?
जानकारी के लिए बता दें कि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने IIT कानपुर के एक्सपर्ट्स की मीटिंग बुलाई थी। बताया जा रहा है कि उस मीटिंग में ही आर्टिफिशियल रेन का जिक्र किया गया है जिसे लेकर राज्य सरकार भी सकारात्मक नजर आ रही है। वैसे कई दूसरे देशों में तो इस पहल को काफी सफल माना गया है, लेकिन दिल्ली में इसे किस तरह से अंजाम दिया जा सकता है, इसका अभी इंतजार करना पड़ेगा।
यहां ये समझना जरूरी है कि राजधानी में हर साल प्रदूषण की ऐसी ही स्थिति बन जाती है। इस बार तो सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली से लेकर हरियाणा और पंजाब री सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सभी से साथ मिलकर इस समस्या का समधान निकालने को कहा है। इसके ऊपर ये भी दो टूक कहा गया है कि पटाखों पर लगे बैन को सिर्फ दिल्ली तक सीमित रखकर ना देखा जाए, बल्कि पूरे देश में इसे सक्रिय माना जाए।
ग्रेप 4 में क्या होता है?
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय दिल्ली में ग्रेप का चौथा चरण लागू चल रहा है। GRAP स्टेज IV को तब लागू किया जाता है जब एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 (गंभीर प्लस) से ज्यादा होता है। इस स्टेज को लागू करने के बाद अन्य राज्यों में रजिस्टर्ड 4 व्हीलर को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल बीएस6 वाहन, सीएनजी वाहन, इलेक्ट्रिक वाहन और आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों को ही छूट मिलेगी।