जिग्नासा सिन्हा
Delhi Polls: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को नई दिल्ली सीट से अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने की यह अंतिम तिथि थी। इस सीट पर कुल 65 उम्मीदवार केजरीवाल को टक्कर देने के लिए मैदान में उतरे हैं। इनमें से ज्यादातर निर्दलीय हैं। कोई वकील है तो कोई टीवी चैनल का मालिक। मंगलवार को उम्मीदवारों ने अपने दस्तावेजों को सत्यापित कराने के लिए जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर घंटों इंतजार किया। अरविंद केजरीवाल को भी कई घंटे इंतजार करना पड़ा। उनसे पहले 40 से ज्यादा उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए।
नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में से एक योगी माथुर हैं। वे एक स्थानीय न्यज चैनल पृथ्वी दर्शन के मालिक हैं। इस चैनल का प्रसारण रोहिणी में होता है। वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे हैं। उन्होंने कहा, “मैं यहां अरविंद केजरीवाल को हराने आया हूं। वह फिर से मुख्यमंत्री बनने के योग्य नहीं हैं। अब मेरे लिए यह साबित करने का समय है कि एक राजनेता क्या कर सकता है।”
के. बंसल भी इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं। पेशे से टैक्स मामलों के वकील बंसल खुद को भारतीय लोकतंत्र पार्टी का सदस्य होने का दावा करते हैं। वे पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। वे कहते हैं, “मैं दशकों से दिल्ली में रह रहा हूं। न तो किसी कांग्रेस ने और न हीं आम आदमी पार्टी ने हमारी मदद की। केजरीवाल ने सड़कों, स्वास्थ्य संस्थानों, स्कूलों और परिवहन में सुधार पर काम नहीं किया है। वह मुफ्त में सब कुछ देने की घोषणा करते हैं और लोगों को आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। लेकिन यह सरकार के काम करने का तरीका नहीं है। मैंने हाल ही में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया और मेरे परिवार ने मेरा समर्थन किया।” बंसल अपनी पत्नी के साथ 11 बजे डीएम ऑफिस पहुंचे और शाम 6 बजे तक नामांकन दाखिल करने के लिए इंतजार किया।
पंकज कुमार भी इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर में खड़े हुए हैं। पेशे से शिक्षक पंकज कहते हैं कि वे मजदूरों और बस कंडक्टरों के लिए नीतियों में बदलाव करने के लिए चुनाव जीतना चाहते हैं। वे कहते हैं, “आप ने बस कंडक्टरों को स्थायी नौकरी देने का वादा किया था। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अन्य दिहाड़ी मजदूरों के लिए भी झूठे वादे किए थे। अभी ही समय है कि कोई मजदूरों के लिए स्टैंड ले सकता है।”
जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि 50 से अधिक उम्मीदवार ऐसी पार्टी से थे जिन्हें मान्यता नहीं थी या वे निर्दलीय थे। एक अधिकारी ने बताया, “मैं सुबह 11 बजे से कागजात इकट्ठा कर रहा हूं। दोपहर 12.30 बजे के बाद 30 से अधिक लोग अपना नामांकन दाखिल करने आए। केजरीवाल उनमें से एक थे। बीजेपी के उम्मीदवार भी देर से आए और टोकन नंबर 60 जारी किया गया।”

