गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने बुल्ली बाई ऐप मामले में असम के जोरहाट से इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के छात्र नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया। नीरज बिश्नोई इस ऐप का मास्टरमाइंड है और उसने ही गिटहब प्लेटफॉर्म पर बुल्ली बाई ऐप का निर्माण किया था। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन ने गुरुवार को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया।
नीरज बिश्नोई भोपाल के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बी.टेक द्वितीय वर्ष का छात्र है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नीरज के पिता दशरथ बिश्नोई ने बताया कि बुधवार रात करीब 11 बजे दिल्ली पुलिस की तीन सदस्यीय टीम जोरहाट पुलिस के साथ उनके घर पहुंची और उनके बेटे के बारे में पूछा। जिसके बाद पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली और उसके बेटे को अपने साथ ले गए।
नीरज के पिता ने बताया कि पुलिस ने घर से लैपटॉप और एक मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका बेटे निर्दोष है और किसी ने उसके फोटो का दुरुपयोग किया है। उसने 86 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की। उसे राज्य सरकार से एक लैपटॉप भी मिला। नीरज को 2019 में वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल में प्रवेश मिला लेकिन उसकी पढ़ाई ऑनलाइन ही चल रही थी। उसे 12वीं में 82 प्रतिशत अंक मिले थे।
बुल्ली बाई ऐप को तैयार करने वाले नीरज बिश्नोई को भोपाल के वीआईटी कॉलेज ने निष्कासित कर दिया है। इसी बीच दिल्ली पुलिस के द्वारा पूछताछ किए जाने पर उसने बताया कि साल 2021 के नवंबर महीने उसने ऐप बनाया था और दिसंबर महीने में उसने इसे अपडेट किया था। साथ ही उसने यह भी बताया कि इस ऐप के लिए उसने एक ट्विटर अकाउंट भी बनाया था जिससे उसने पुलिस को चुनौती देते हुए लिखा था कि आपने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
बुल्ली बाई ऐप मामले की जांच कर रहे मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने भी अब तक तीन गिरफ्तारियां की है। मुंबई पुलिस ने मामले में उत्तराखंड से 19 वर्षीय श्वेता सिंह, 21 वर्षीय इंजीनियरिंग के छात्र विशाल झा को बेंगलुरु से और उत्तराखंड से ही एक 21 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। बता दें कि बुल्ली बाई ऐप पर 100 से ज़्यादा मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें शेयर की जा रही थीं। इनमें कई महिला पत्रकारों और कार्यकर्ताओं की भी तस्वीरें शामिल थीं। मामले के सामने आने के बाद ऐप को हटा लिया गया है।