दिल्ली के एक मॉल की छत पर रील बना रहे किशोर की गिरने से मौत हो गयी। यह दुर्घटना दिल्ली के नॉर्थ गेट ऑर्बिट प्लाजा मॉल में घटी। पुलिस के मुताबिक, वह अपने दोस्तों के साथ रील बनाने के लिए मॉल की जर्जर छत पर चढ़ा था। अधिकारियों के अनुसार, किशोर और उसके तीन दोस्तों ने मॉल की छत पर जाने की कोशिश की और इमारत के एक तरफ से दूसरी तरफ चले गए। पुलिस के मुताबिक, किशोर ने अपने दोस्तों को प्रभावित करने की कोशिश में छत को पार करने का प्रयास किया। हालांकि, उसका पैर सीधे फाइबरग्लास पैनल पर पड़ा और पैनल टूट गया।
मॉल के परिसर में काम करने वाले एक सुरक्षा गार्ड ने अपना नाम गुप्त रखने के अनुरोध पर इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह घटना रविवार शाम लगभग 5:30 बजे हुई। उन्होंने कहा, “मैं सामने के गेट के पास था और मुझे एक ज़ोरदार आवाज़ सुनाई दी। ऊपर बैंक्वेट हॉल में काम करने वाले कर्मचारी चिल्लाने लगे कि कोई गिर गया है।” घायल किशोर को तुरंत पेंटामेड अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। हालांकि, उसके परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्हें इसमें कुछ गड़बड़ी की आशंका है।
परिवार के सदस्यों को गड़बड़ी की आशंका
मृतक 16 वर्षीय कविन कुमार के चाचा मुनित कुमार ने बताया, “हमें एक फैमिली फ्रेंड का फोन आया कि कविन का एक्सीडेंट हो गया है। उसका बेटा जो कविन का दोस्त भी है, उसने मॉल में भीड़ और पुलिस देखी। उसने कविन को जमीन पर पड़ा हुआ देखा, उसके सभी दोस्त भाग गए थे। मॉल के अंदर स्थित एक रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने भी पुलिस को बुलाया।”
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किशोर ने मॉल की छत से चचेरे भाई को भेजी थी तस्वीर
कविन कुमार ने स्नैपचैट के ज़रिए अपने चचेरे भाई को आखिरी बार एक तस्वीर भेजी थी। उसके चचेरे भाई के अनुसार, यह तस्वीर नॉर्थ गेट ऑर्बिट प्लाजा मॉल की गुंबदनुमा छत की थी। कविन के परिवार के कई सदस्यों ने चिंता जताई कि क्या इस घटना में उसके दोस्तों की कोई भूमिका हो सकती है। कविन का चचेरा भाई, अद्विक कुमार, उससे सिर्फ एक साल बड़ा है और उसी स्कूल में पढ़ता था जहाँ कविन पढ़ता था। अद्विक ने कहा, “मैं उन लड़कों को अच्छी तरह जानता हूँ और वे अच्छे साथी नहीं थे। मैंने कविन को उनके साथ घूमना-फिरना बंद करने की चेतावनी दी थी।”
मॉल के सिक्योरिटी गार्ड का दावा- लड़के मुख्य प्रवेश द्वार से मॉल में नहीं घुसे थे
केविन के दूसरे चाचा सुधीर कुमार के अनुसार, वह उस शाम मॉल के पास स्थित घर से यह कहकर निकला था कि वह अपने दोस्तों के साथ बिलियर्ड्स खेलने जा रहा है। सुधीर ने कहा कि उन लड़कों को ज़रा भी पछतावा नहीं है। वे एक बार भी हमारे घर नहीं आए हैं। इस बीच, घटना स्थल पर मौजूद दो सिक्योरिटी गार्डों ने (जो उस समय मॉल में थे जब केविन गिरा था) दावा किया कि लड़के मुख्य प्रवेश द्वार से मॉल में नहीं घुसे थे। एक गार्ड ने कहा, “अंदर आने के कई रास्ते होते हैं। मॉल के पीछे से भी प्रवेश द्वार हैं। हमने उन्हें अंदर आते हुए कभी नहीं देखा।”
मॉल में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सप्लाई का कारोबार चलाने वाले मदन शर्मा ने कहा, “कई बच्चे खाली जगह में दौड़ने-भागने या साइकिल पर स्टंट करने आते हैं। कुछ रील बनाने भी आते हैं। मुझे हैरानी नहीं हुई कि बच्चे छत पर जा पाए। छत के दरवाजे ज्यादातर समय खुले ही रहते हैं।” अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।
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