उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ब्रह्मपुरी में एक मस्जिद के विस्तार को लेकर निवासियों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) ने काम की अनुमति रद्द कर दी है। एमसीडी के एक प्रवक्ता ने कहा कि सरल योजना के तहत तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने और छिपाने पर अनुमति प्राप्त की गई थी। कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने और जवाब तथा अन्य तथ्यों के आधार पर प्राप्त अनुमति रद्द कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने इलाके में गश्त तेज कर दी है।
निवासियों ने किया विरोध
अल-मतीन मस्जिद 2013 में बनी थी, जो ब्रह्मपुरी की गली नंबर 13 में है। 2023 में, मस्जिद के ट्रस्टियों ने गली नंबर 12 में एक भूखंड खरीदा और निर्माण कार्य शुरू किया। हालांकि पुलिस ने कहा कि उस साल नवंबर में क्षेत्र के निवासियों द्वारा पीसीआर कॉल किए जाने के बाद काम रोक दिया गया था। इसमें दावा किया गया था कि निर्माण अवैध था।
निवासियों ने कहा कि जिस तरह से मस्जिद का विस्तार किया जा रहा है, ऐसे में मस्जिद गली नंबर 12 तक पहुंच जाएगी और इसका सामना एक पुराने मंदिर से होगा। इस साल फरवरी में निर्माण फिर से शुरू हुआ। पुलिस ने बताया कि 13 फरवरी को निवासियों ने अल-मतीन मस्जिद के बगल में एक ढांचे के अवैध निर्माण का आरोप लगाते हुए एक और शिकायत दर्ज कराई।
अल-मतीन वेलफेयर सोसाइटी को MCD ने जारी किया नोटिस
शिकायत के बाद 18 फरवरी को एमसीडी ने अल-मतीन वेलफेयर सोसाइटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। तब से निर्माण रोक दिया गया है। बुधवार को तीन पुलिस कर्मियों को इलाके में गश्त करते देखा गया, जबकि लोग अपने घरों के बाहर बैठे थे, जिनमें से कुछ ने अपनी दीवारों पर ‘ये घर बिकाऊ है’ के पोस्टर चिपकाए थे।
शुरू में निवासियों ने अनुरोध किया था कि विस्तार के तहत मस्जिद का गेट न खोला जाए। अब उन्होंने निर्माण को पूरी तरह से रोकने का आह्वान किया है। गली नंबर 12 में एल ब्लॉक की निवासी 45 वर्षीय सुमन ने पूछा, “जब यह पहले से ही गली नंबर 13 में है, तो इसे मंदिर के सामने क्यों बनाया जा रहा है?” मस्जिद के साथ काम करने वाले लोगों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक उस्मानपुर पुलिस थाने के पुलिसकर्मी इलाके में मौजूद रहेंगे।