भारत में नाइजर गणराज्य के राजदूत जादा सेइदोउ इस देश के लिए नए नहीं हैं। वे करीब एक दशक से भी ज्यादा वक्त से यहां पर हैं। वह राजदूत नियुक्त होने से पहले यहां पर रक्षा अताशे के पद पर तैनात थे। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट है और काफी हरियाली भी है। साथ ही उन्होंने अपनी पसंदीदा जगह भी बताई है और उन्हें क्या खाना पसंद है ये भी बताया है।
आप दिल्ली में कितने वक्त से हैं?
नाइजर के राजदूत जादा सेइदोउ ने इसका जवाब देते हुए कहा कि इस सवाल का जवाब देने से पहले मैं यह बताना चाहूंगा कि मैं लगभग 12 सालों से यहां राजदूत के पद पर नहीं, बल्कि रक्षा अताशे के तौर पर कार्यरत हूं। हाल ही में मुझे राजदूत नियुक्त किया गया है। इसलिए दिल्ली में मुझे नेहरू पार्क, इंडिया गेट और सरोजिनी मार्केट बहुत पसंद हैं।
दिल्ली बाकी शहरों से किस तरह अलग है?
इस पर उन्होंने कहा कि बिना किसी तनाव के कितनी अच्छी तरह से ट्रैफिक मैनेजमेंट किया जाता है। इसके अलावा, दिल्ली एक हरा-भरा शहर है। चारों ओर हरियाली है, जो इसे सबसे अलग बनाती है। उदाहरण के लिए, खाड़ी देशों में गगनचुंबी इमारतें तो हैं, लेकिन हरियाली नहीं है।
क्या दिल्ली का पॉल्यूशन आपको परेशान करता है?
मैं यहां काफी समय से रह रहा हूं और दिवाली के मौसम में प्रदूषण को भी महसूस किया है। मैं अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में लगातार प्रदूषण की स्थिति देखता हूं। लेकिन मुझे इसकी ज्यादा चिंता नहीं है क्योंकि मैं खुद को ज़्यादा इसके संपर्क में नहीं लाता। मैं आमतौर पर घर और ऑफिस के बीच एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करता हूं और मास्क पहनता हूं। यहां तक कि जब मैं अपने काम के लिए बाहर होता हूं या पैदल जाता हूं, तब भी मैं मास्क पहनता हूं, इसलिए मुझे कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन मुझे पता है कि यह एक बड़ी चिंता का विषय है।
जानें भारत के लिए क्यों अहम PM मोदी का नाइजीरिया दौरा
आपको यहां पर क्या खाना पसंद है?
बेशक भारत बिरयानी के लिए मशहूर है, इसलिए मुझे बिरयानी पसंद है। मेरे देश में भी जो स्पेशल खाना है वह चावल पर ही आधारित है। इसलिए, यहां दिल्ली में, मैं अपने पंजाब ग्रिल या बारबेक्यू नेशन से ऑर्डर करता हूं।
दिल्ली में रहने के दौरान मुलाकातें जो आपको हमेशा याद रहेंगी?
राजदूत के तौर पर राष्ट्रपति से मिलना और उन्हें अपने क्रेडेंशियल पेश करना मेरे लिए एक बहुत ही अहम पल था। दूसरी बात, गणतंत्र दिवस के बाद रक्षा अताशे के तौर पर प्रधानमंत्री से मुलाकात एक ऐसी याद थी जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। मैं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिल चुका हूं। डिफेंस एक्सपो के दौरान कई भारतीय गणमान्य व्यक्तियों से मिलना भी मेरे लिए एक यादगार पल रहेगा। नाइजीरिया से वाशिंगटन जा रही फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग