पिछले कुछ सालों में देश के कई शहरों और सड़कों के पुराने नाम बदलकर महापुरुषों या धार्मिक नामों पर किए गये हैं। हालांकि इसको लेकर कई बार विवाद भी खड़े हुए। कुछ समय पहले दिल्ली के बाबर रोड को भी बदलने की मांग हुई थी, तब उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया था, लेकिन शनिवार को हिंदू सेना ने बाबर रोड के साइनबोर्ड पर अयोध्या मार्ग का पोस्टर लगा दिया। इस पर हड़कंप मचने पर नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) एक्शन में आया और इसको हटवा दिया। इसको लेकर पुलिस में शिकायत भी की गई है।
संगठन लंबे समय से नाम बदले जाने के लिए आवाज उठाता रहा है
दूसरी हिंदू सेना संगठन ने कहा कि यह नाम बदले जाने चाहिए। संगठन के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि संगठन लंबे समय से बाबर रोड का नाम बदलने की मांग कर रहा है। इससे पहले भी दिल्ली समेत कई शहरों में सड़कों के नाम बदले गए हैं।
निगम को भेजे पत्र में लिखा, “बाबर को जिहादी आतंकी” बताया
पिछले 8 जनवरी को हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने नई दिल्ली पालिका परिषद के चेयरमैन को एक पत्र भेजा था। इसमें उन्होंने लिखा, “बंगाली मार्केट में बाबर रोड है। हम सब लोग जानते हैं कि बाबर एक घुसपैठिया, हमलावर और जिहादी आतंकी था। उस जिहादी बाबर ने भारत के लोगों को यातनाएं दीं, हिंदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया। हमारे मठों और मंदिरों को तोड़ा और जबरन उस पर मस्जिदें बनाईं। जिनमें से मुख्य अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी। अब वहां पर भगवान राम का मंदिर बनाया जा रहा है।”
उन्होंने लिखा कि आज भी हम जब बंगाली मार्केट से गुजरते हैं तो बाबर रोड देखते हैं। यह बाबर रोड हमें हिंदुओं पर ढाए गए क्रूरता और अत्याचार की याद दिलाता है।
हिंदू सेना ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में लिखा है कि दिल्ली को पांडवों ने बसाया, लेकिन युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल, सहदेव, द्रोपदी, अभिमन्यु के नाम पर सड़क, मोहल्ले, गलियां नहीं हैं। जिन्होंने दिल्ली को लूटने वाले आक्रांताओं के नाम पर बाबर रोड, हुमायूं रोड, अकबर रोड, औरंगजेब रोड, शेरशाह रोड, तुगलक रोड, लोधी रोड के नाम पर सड़क, मोहल्ले, गलियां हैं।