Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: दिल्ली चुनाव के प्रचार का अंतिम दिन आ चुका है, किसके पक्ष में माहौल है, कौन जीतने वाला है, यह जानना हर कोई चाहता है। अब असल जनादेश तो 8 फरवरी को आएगा जब ईवीएम खुलेंगी, लेकिन जनसत्ता की टीम ने भी इस चुनाव में ग्राउंड पर कवर किया है, हर सीट का माहौल परखा है, तो उसी सियासी माहौल का निचोड़ आप लोगों के बीच में पेश करते हैं। यहां जानते हैं अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली सीट पर क्या होने वाला है, जानते हैं सीएम आतिशी का बिधूड़ी के साथ कैसा मुकाबला है, समझने की कोशिश करते हैं कि सिसोदिया की सीट फंसी हुई है या सुरक्षित है।

सीट: नई दिल्ली</p>

उम्मीदवार: अरविंद केजरीवाल (AAP), परवेश वर्मा (बीजेपी), संदीप दीक्षित (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: नई दिल्ली सीट पर इस बार माहौल एकतरफ दिखाई नहीं देता है। जनसत्ता की टीम जब ग्राउंड पर उतरी थी, वो कई इलाकों में गई, वाल्मीकि बस्ती का रुख भी किया, इस बार लोगों के सुर कुछ बदले हुए हैं। अरविंद केजरीवाल का चेहरा तो पसंद आ रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी सरकार के कामकाज को लेकर नाराजगी है। कुछ लोगों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपने इलाके में दिखते भी नहीं हैं, यहां तक कहा गया है कि पिछली बार के मुकाबले फिजा थोड़ी खराब है।

कुछ वोटरों ने बातचीत में इस बात को भी स्वीकार किया कि महिला का वोट अरविंद केजरीवाल को मिल रहा है और उस वजह से वे फिर सत्ता वापसी कर सकते हैं। लेकिन महिला वोटर साथ दिख रहा है तो बुजुर्गों में गुस्सा है, नई दिल्ली सीट पर पता चला कि 60 साल से ज्यादा वाले कई लोगों को पेंशन नहीं मिल रही है, काफी समय से रुकी हुई है। सड़कों पर गड्डे भी लोगों को इस बार आक्रोशित कर रहे हैं।

लेकिन जनसत्ता की टीम को सबसे बड़ी खबर नई दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती से मिली। जानकारी मिली कि वाल्मीकि बस्ती में कुछ दिन पहले एक कैंप लगा था। उस कैंप के जरिए इलाके की कई महिलाओं को 1100 रुपये दिए गए। उन्हीं लोगों ने बातचीत में बताया कि प्रवेश वर्मा ने यह पैसे बंटवाए हैं। हैरानी की बात यह रही कि ऑन कैमरा महिलाओं ने इस बात को स्वीकार किया कि हां उन्हें पैसे दिए गए हैं और यह बोलकर दिए गए वोट देना पड़ेगा। नई दिल्ली की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां पढ़ें और देखें

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सीटप्रत्याशीवोट
नई दिल्लीअरविंद केजरीवाल (AAP)46758
सुनील कुमार यादव (BJP)25061
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे

सीट: कालकाजी

उम्मीदवार: आतिशी (AAP), रमेश बिधूड़ी (बीजेपी), अल्का लांबा (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: दिल्ली चुनाव में इस बार कालकाजी सीट काफी हाई प्रोफाइल मानी जा रही है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी यहां से दूसरी बार ताल ठोक रही हैं, बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को उतार रखा है और कांग्रेस ने अल्का लांबा पर भरोसा जताया है। इस सीट पर आतिशी के खिलाफ गुस्सा भी है और कई लोग तारीफ भी कर रहे हैं। जनसत्ता ने जब कालकाजी का रुख किया था, सबसे ज्यादा नाराजगी इस बात को लेकर थी कि DDA ने कई गरीबों की दुकान तोड़ रखी थी, वे जमीन पर ही रहने को मजबूर दिखे।

अब लोग इस बात को लेकर कन्फ्यूज थे कि जिम्मेदार आप सरकार को माना जाए या मोदी सरकार को। लेकिन गोविंदपुरी जैसे इलाकों में जरूर साफ दिखा कि पतली सड़कें, तारों के जाल से लोग त्रस्त थे और पूरी तरह केजरीवाल को दोषी मान रहे थे। कुछ ऐसे वोटर भी जनसत्ता के सामने आए जो अरविंद केजरीवाल के नाम पर आतिशी को दोबारा मौका देना चाहते थे। कालकाजी की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां पढ़ें और देखें

कालकाजी विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

सीटप्रत्याशीवोट
कालकाजीआतिशी (AAP)55897
धर्मबीर सिंह (BJP)44504
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे

सीट: जंगपुरा

उम्मीदवार: मनीष सिसोदिया (AAP), तजिंदर सिंह मारवाह (बीजेपी), फरहाद सूरी (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: दिल्ली की जंगपुरा सीट इस बार हाई प्रोफाइल इसलिए बन गई है क्योंकि मनीष सिसोदिया पटपड़गंज छोड़ यहां से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। आम आदमी पार्टी के जो वर्तमान विधायक हैं प्रवीण कुमार, उनके खिलाफ जबरदस्त नाराजगी देखने को मिली। जनसत्ता की टीम ने जब जंगपुरा का दौरा किया, एक बात प्रमुखता से सामने आई- प्रवीण कुमार ने काम नहीं किया। लोग सिसोदिया से नाराज नहीं थे, लोग केजरीवाल से ज्यादा सवाल नहीं उठा रहे थे, लेकिन प्रवीण कुमार ने काम नहीं किया, यह बात उनके मन में घर कर चुकी थी।

जंगपुरा में भी टूटी सड़कें और तारों का जाल एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन उससे भी बड़ा मुद्दा गंदे पानी का है। कई महिलाओं ने जनसत्ता को बताया कि टॉयलेट का पानी उनकी पाइपलाइन में आ रहा है, नेताओं ने ही जंगपुरा को जंग लगाने का काम कर दिया है। बीजेपी के तजिंदर सिंह मारवाह के पक्ष में भी माहौल देखने को मिला। कई लोग सामने आए जिनके मुताबिक मारवाह स्थानीय हैं, यहां के मुद्दे जानते हैं और कांग्रेस में रहते हुए भी काफी काम किया है। सिसोदिया के सामने एक चुनौती यह भी दिखाई दे रही है कि उन्हें कई वोटर ‘बाहरी’ बता रहे हैं। जंगपुरा की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां देखें

सीटप्रत्याशीवोट
जंगपुराप्रवीन कुमार (AAP)45133
इमप्रीत बख्शी (BJP)29070
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे

सीट: सीमापुरी

उम्मीदवार: वीर सिंह धींगर (AAP), कुमारी रिंकू (बीजेपी), राजेश लिलोठिया (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: आरक्षित सीट सीमापुरी इस बार चर्चा में इसलिए है क्योंकि वोटरों के नाम डिलीट करने का सबसे ज्यादा आरोप यही पर लगा है। जनसत्ता की टीम ने भी अपनी ग्राउंड रिपोर्टिंग शुरुआत इसी सीमापुरी सीट से की थी। यहां पर ऑन कैमरा कई लोगों ने स्वीकार किया कि उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब चल रहा है। कई ऐसे भी थे जिनका नाम तो सिर्फ चुनाव में वोटर लिस्ट से गायब दिखा जबकि वे यहां के निवासी हैं, पहले वोट डाल चुके हैं। कुछ ऐसे भी घर सामने आए जहां पर किसी ऐसे नाम को वोटर लिस्ट में शामिल कर रखा था जिनका असल में कोई अस्तित्व ही नहीं है। यानी कि फर्जी नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहे थे।

सीमापुरी में कई ऐसे लोग भी सामने आए जिन्होंने अरविंद केजरीवाल की योजनाओं की पोल खोली। उनके मुताबिक फ्री की योजनाओं का फायदा जमीन पर पहुंच रहा है, लेकिन सिर्फ एक विशेष वर्ग को दिया जा रहा है। उनका इशारा मुस्लिम तुष्टीकरण की तरफ था। सीमापुरी की ही एक और कॉलोनी में जनसत्ता को पता चला कि यहां बारिश में पानी इतना ज्यादा भर जाता है कि चलना मुश्किल रहता है। ऐसे कई नाराज लोग नोटो की तरफ वोट डालने को मजबूर दिख रहे थे। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि तमाम नाराजगी के बाद भी ज्यादा माहौल अरविंद केजरीवाल के पक्ष में जनसत्ता को दिखाई दिया। सीमापुरी की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां देखें और पढ़ें

सीमापुरी विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

सीटप्रत्याशीवोट
सीमापुरीराजेंद्र पाल (AAP)88392
संत लाल (LJP)32284
2020 विधानसभा चुनाव नतीजे

सीट: रोहताश नगर

उम्मीदवार: सरिता सिंह (AAP), जितेंद्र महाजन (बीजेपी), (सुरेश वाती चौहान)

ग्राउंड रिपोर्ट: दिल्ली की रोहताश नगर सीट पर मुकाबला काफी कड़ा देखने को मिल रहा है। बीजेपी ने रोहताश नगर से फिर जितेंद्र महाजन को उतार रखा है, आम आदमी पार्टी ने भी सरिता सिंह पर भरोसा जताया जो पहले भी यहां से जीत चुकी हैं। जनसत्ता जब जमीन पर इस सीट को कवर करने गई थी, साफ देखा गया कि मामला समान रूप से बंटा हुआ है। कुछ इलाके एकतरफा बीजेपी के पक्ष में दिखाई पड़े तो कुछ इलाके पूरी तरह सरिता सिंह को फिर जिताने की कसमें खा रहे थे।

अशोक नगर जैसे इलाकों में जब महिलाओं से बात हुई तो वे पूरी तरह जितेंद्र महाजन के पक्ष में दिखाई पड़ीं। यह ट्रेंड जरूरी इसलिए रहा क्योंकि बाकी सीटों पर महिला वोटर एकतरफा आम आदमी पार्टी की तरफ जाता दिखा। लेकिन रोहताश नगर में भी कई इलाकों में टूटी सड़कें लोगों को नाराज कर रही थीं। इस सीट पर जब जनसत्ता ने आप प्रत्याशी सरिता से बात की तो थोड़ी बदसलूकी भी हुई। उन्हें जनसत्ता के सीधे और सटीक सवाल पसंद नहीं आए और उन्होंने इंटरव्यू डिलीट करवा दिया। रोहताश नगर की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां देखें

सीटप्रत्याशीवोट
रोहताश नगरजितेंद्र महाजन (BJP)73873
सरिता सिंह (AAP)60632
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे

सीट: सीलमपुर

उम्मीदवार: जुबेर अहमद (AAP), अनिल गौड़ (बीजेपी), अब्दुल रहमान (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: दिल्ली की सीलमपुर सीट मुस्लिम बाहुल मानी जाती है, यहां पर मुस्लिमों का जनादेश ही सीट की तकदीर भी तय करता है। इस सीट से एक बार भी बीजेपी नहीं जीत पाई है। इस बार भी जब जनसत्ता की टीम ग्राउंड पर उतरी तो माहौल पूरी तरह आम आदमी पार्टी के पक्ष में दिखाई पड़ा। यहां पर लोग ना केजरीवाल का नाम ले रहे थे ना ही किसी प्रत्याशी का, शब्द चल रहा था ‘झाड़ू’।

यहां पर सभी दुकानदारों की एक शिकायत थी- सड़क पर अपनी ठेली लगाने नहीं दी जा रही, पुलिस सामने से वसूली करती है, लेकिन उसके बार भी मारपीट होती है। यह बात पूरे सीलमपुर इलाके में देखने को मिली, जहां कैमरा गया, वहां लोगों में गुस्सा। लेकिन फिर भी वोट केजरीवाल के लिए दिख रहा था, थोड़ा समर्थन कांग्रेस को मिल रहा था, बीजेपी का जिक्र काफी कम हुआ। सीलमपुर की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट यहां पढ़ें और देखें

सीलमपुर विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

सीटप्रत्याशीवोट
सीलमपुरअब्दुल रहमान (AAP)72694
कौशल कुमार (बीजेपी)35774
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे

सीट: मुस्तफाबाद

उम्मीदवार: आदिल अहमद (AAP), मोहन सिंह बिष्ट (बीजेपी), अली महदी (कांग्रेस), ताहिर हुसैन (AIMIM)

ग्राउंड रिपोर्ट: दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट दो वजहों से सुर्खियों में है, पहली बात तो यह रही कि दिल्ली दंगों का एपीसेंटर यहां पर था, दूसरा कारण यह है कि उन्हीं दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को ओवैसी की पार्टी ने उतार रखा है। लेकिन इस सीट पर ताहिर की हवा ज्यादा दिखाई नहीं पड़ी है, जनसत्ता मुस्तफाबाद के कई मुस्लिम बाहुल इलाकों में घूमा, समर्थन या तो आम आदमी पार्टी के लिए या फिर कांग्रेस।

जनसत्ता की टीम ने एक कदम आगे बढ़कर ताहिर की कॉलोजी में जाने का फैसला भी किया। वहां पर ताहिर के पड़ोसियों ने भी उन पर बात करने से मना कर दिया, उनके मुताबिक भी आम आदमी पार्टी ही वापस आ रही है। हिंदू बाहुल सरिता विहार इलाके में जरूर बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट को पसंद किया गया, लेकिन बाकी जगह उनके लिए चुनौतियां दिखीं। बाकी टूटी सड़कें, पानी की समस्या और कूड़े के पहाड़ ने लोगों को परेशान भी किया। मुस्तफाबाद सीट की ग्राउंड रिपोर्ट यहां पढ़ें और देखें

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सीटप्रत्याशीवोट
मुस्तफाबादहाजी यूनस (AAP)98850
जगदीश प्रधान78146

सीट: गांधीनगर

उम्मीदवार: नवीन चौधरी (AAP), अरविंदर सिंह लवली (बीजेपी), कमल अरोड़ा (कांग्रेस)

ग्राउंड रिपोर्ट: एशिया का सबसे बड़ा गार्मेंट मार्केट गांधीनगर इस बार कई समस्याओं से जूझ रहा है। जब जनसत्ता ने इस सीट का रुख किया, पता चला कि व्यापार पूरी तरह मंदा चल रहा है। कारण एकदम साधारण थे- शौचालयों की भारी कमी थी, गंदगी का बोलबाल था और पतली सड़कें जाम को बढ़ा रही थीं। लेकिन लोगों से बात करने पर पता चला कि माहौल ज्यादा अरविंदर सिंह लवली का दिखा। वहां भी वोट उनकी फेस वैल्यू पर था ना कि बीजेपी की वजह से।

लोगों ने बातचीत के दौरान जिक्र किया कि कांग्रेस में रहते हुए भी लवली ने इस इलाके के लिए काफी काम किया। गांधीनगर के ऑटो वाले भी अरविंद केजरीवाल से नाराज दिखाई पड़े। उन्हें बीजेपी में इस बार अपना विकल्प दिखा। पिछली बार भी इस सीट पर कमल ही खिला था, इस बार भी पार्टी मजबूत दिखाई दे रही है। गांधीनगर सीट की ग्राउंड रिपोर्ट यहां देखें

सीटप्रत्याशीवोट
गांधी नगरअनिल वाजपेयी48824
नवीन चौधरी42745
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे