Delhi Assembly Election 2025: लोकसभा चुनाव 2024 में भी बीजेपी ने दिल्ली में शानदार प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था और पार्टी ने सातों सीट अपने नाम की थी। केंद्रशासित प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी और तीसरे नंबर पर जा चुकी कांग्रेस ने लोकसभा के लिए गठबंधन किया था, लेकिन उस गठबंधन के बावजूद विपक्ष को फायदा नहीं हुआ है। अब जब आम आदमी पार्टी ने ऐलान कर दिया है कि वह दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी तो उसके बाद से कांग्रेस अपनी तैयारियों में जुटी हुई है।
कांग्रेस ने दिल्ली के चुनाव नतीजों पर विश्लेषण करने के बाद संगठनात्मक स्तर पर काफी अहम कदम उठा रहा है। पार्टी दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर अपनी नजर बनाए हुए है। कांग्रेस को उम्मीद है कि यहां उसका लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदर्शन अच्छा रहा है।
चुनाव से कई महीने पहले ही घोषित हो सकते हैं प्रत्याशी
कांग्रेस उन सीटों पर फोकस कर रही है, जहां उसे मामूली अंतर से हार मिली है, या जहां अल्पसंख्यकों दलितों और पिछड़े वर्गों की आबादी ज्यादा है। इसके चलते पार्टी ने 70 में से 25 विधानसभा सीटें चुनी हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों से काफी पहले इन सभी सीटों के लिए पार्टी अपने प्रत्याशी घोषित कर सकती है। यह चुनावों की घोषणा के बाद उम्मीदवारों की घोषणा करने की पार्टी की पारंपरिक रणनीति से अलग है।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक 4 जून को परिणाम घोषित होने के बाद से दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने शहर में पार्टी संगठन की मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए कई बैठकें की हैं। इस मामले में एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए हर सीट का विधानसभा स्तर पर पार्टी के लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितना कि राष्ट्रीय स्तर पर…।
लोकसभा के नतीजों से पार्टी ने किया विश्लेषण
एक अन्य कांग्रेस नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हम न केवल पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे, बल्कि विधानसभा चुनावों की अपेक्षाकृत स्थानीय प्रकृति को देखते हुए इन सीटों को सुरक्षित करने के लिए कई महीने पहले ही इन पर उम्मीदवार भी उतारेंगे।
चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस ने चांदनी चौक विधानसभा, मटिया महल और बल्लीमारान में क्रमशः 15,000, 47,000 और लगभग 29,000 वोट हासिल किए, इन तीनों में ही पार्टी नंबर वन रही थीं, जबकि सदर बाजार सीट पर उसे लगभग 10,000 मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
