Delhi Assembly Election 2020: 12 से अधिक सीटों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाले पहाड़ी मतदाताओं की दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी की अनदेखी कुछ सीटों पर उम्मीदवारों को संघर्ष की स्थिति में ला सकती है। समझा जाता है कि पटपड़गंज इलाके से तीसरी बार किस्मत आजमा रहे उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पहाड़ी मतदाताओं की उपेक्षा करना नाराजगी का सबब बन सकता है। दिल्ली में 20 लाख से ज्यादा पहाड़ के रहने वाले मतदाताओं की संख्या बताई जाती है। ऐसी 12 से ज्यादा विधानसभा सीटें हैं, जहां पर पहाड़ी मतदाता नतीजों के अंतर में फर्क डाल सकते हैं।

सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने किसी भी सीट से पहाड़ी प्रत्याशी नहीं उतारा है। उप सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज में 24 फीसद मतदाता पहाड़ के रहने वाले हैं। यहां से कांग्रेस ने लक्ष्मण रावत और भाजपा ने रवि नेगी को बतौर प्रत्याशी उतारा है।
मतदाताओं की संख्या के आधार पर भाजपा व कांग्रेस ने प्रत्याशी चुने हैं। लक्ष्मण रावत कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं, जबकि रवि नेगी विनोद नगर से पार्षद रहे हैं।

पटपड़गंज की तरह बदरपुर, उत्तम नगर, लक्ष्मीनगर कुछ विधानसभा सीटे ऐसी हैं, जहां पर पहाड़ी मतदाताओं की काफी संख्या है। सूत्रों के मुताबिक सत्ताधारी दल द्वारा किसी भी सीट पर पहाड़ी प्रत्याशी को घोषित नहीं करने के मुद्दे को विरोधी पूरी तरह से भुनाने की कोशिश में है। खास तौर पर ऐसे इलाकों पर पार्टी कैडर इस मुद्दे का जोरशोर से प्रचार कर सहानुभूति लेने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, सत्ताधारी दल से जुड़े नेता ऐसे प्रचार की काट तैयार करने का दावा कर रहे हैं।