दिल्ली एयरपोर्ट पर बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल  विस्तारा एयरलाइंस के एक विमान को उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई थी जबकि एक अन्य विमान उस ही ट्रेक पर लैंड करने की तैयारी में था।  एटीसी के निर्देश के बाद उड़ान रद्द कर दी गई। इस मामले को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं, यह एक बड़ी चूक मानी जा रही है।

हुआ क्या था?

हुआ यह कि दिल्ली से बागडोगरा के लिए UK725 नए उद्घाटन किए गए रनवे से एकदम उड़ान भरने के लिए तैयार था।  ठीक इस ही समय में अहमदाबाद से दिल्ली की विस्तारा उड़ान लैंड करने वाली थी। दोनों विमान में कुल मिलाकर लगभग 300 लोग सवार थे। लेकिन पायलट की सूझ-बूझ से यह बड़ा हादसा टल गया।  

सूत्रों ने कहा कि दोनों विमान 1.8 किमी या 1,800 मीटर की दूरी पर थे। अगर पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को दूसरे विमान की मौजूदगी के बारे में चेतावनी नहीं दी होती तो परिणाम विनाशकारी हो सकता था।

एटीसी अधिकारी VTI926 को दिए गए निर्देशों को ‘पल भर के लिए भूल गया’ और उड़ान VTI725 को रनवे 29R से उड़ान भरने के लिए कहा। डीजीसीए के बयान में कहा गया है कि एटीसी को गलती का अहसास होने के बाद वीटीआई926 से इनपुट के आधार पर टावर नियंत्रक ने वीटीआई725 को टेक-ऑफ रद्द करने का निर्देश दिया।

अधिकारियों का क्या कहना है?

घटना के बारे में बात करते हुए एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “दोनों को एक ही समय में अनुमति दी गई थी लेकिन एटीसी ने तुरंत नियंत्रण ले लिया। ड्यूटी पर मौजूद एटीसी अधिकारी ने विस्तारा की उड़ान को टेक-ऑफ रद्द करने के लिए कहा।” दिल्ली-बागडोगरा उड़ान उड़ान भरने के तुरंत बाद सक्रिय रनवे से पार्किंग बे में लौट आई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि अगर सही समय पर टेक-ऑफ नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।