जिगनासा सिन्हा
दिल्ली की 43 वर्षीय एक महिला ने बुधवार की रात ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को एक ई-मेल लिखा, जिसमें उसने लिखा था कि वह आत्महत्या कर लेगी। ब्रिटिश पीएमओ से मेल मिलने के बाद दिल्ली पुलिस मुख्यालय और रोहिणी थाने के अफसर आधी रात तीन घंटे तक महिला को ढूंढ़ते रहे।
पुलिस ने कहा कि उस महिला ने रात 11 बजे ब्रिटिश पीएम को मेल भेजा, “मैं व्यथित हूं … अगर कोई मेरी मदद करने नहीं आया, तो अगले 2 घंटों में आत्महत्या कर लूंगी।” मेल में महिला ने अपना पता और फोन नंबर भी लिखा था। रोहिणी के डीसीपी पी के मिश्रा ने बताया कि महिला का मेल मिलते ही ब्रिटिश पीएमओ ने लंदन में भारतीय दूतावास को तुरंत भेजा। इसके बाद वहां से नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया। विदेश मंत्रालय के अफसरों ने दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम और पुलिस हेडक्वार्टर को इस बारे में सूचना दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने रोहिणी थाने को सूचना दी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
डीसीपी ने कहा, “मुझे रात 1 बजे एक कॉल और एक ईमेल मिला। हमें जल्द से जल्द महिला को बचाने के लिए कहा गया था। मेल में उल्लिखित मोबाइल संख्या काम कर रही थी, लेकिन महिला ने हमारी कॉल नहीं ली। हमने उसके नंबर के जरिए उसका पता लगाने के लिए टीमें भेजीं… लेकिन समय एक मुद्दा था। उसे खोजने के लिए अमन विहार पुलिस स्टेशन के एसएचओ एक टीम के साथ सेक्टर 21 रोहिणी गए।”
खोजने वाली टीम के एक पुलिसकर्मी ने बताया, “चूंकि ईमेल में पता पूरा नहीं था, टीम ने इलाके में 40 से अधिक घरों की जाँच की। हमने उसे मैसेज भेजे, इलाके के निवासियों को सतर्क किया और सुरक्षा गार्डों से मदद मांगी। हमें तब एक घर मिला जहाँ मालिक गेट नहीं खोल रहा था।”
पुलिस ने बताया कि तभी उसी मकान से एक महिला के चीखने-चिल्लाने की आवाज आई। महिला कह रही थी, “यहां से चले जाओ।” इसके बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को बुलाया जिसने घर का दरवाजा तोड़ा। बतौर पुलिसकर्मी, “टीम ने घर में प्रवेश किया तो देखा कि महिला हॉल में खड़ी है। घर कूड़े का ढेर था, वहां 16 से ज्यादा बिल्लियां थी… महिला हमें देखकर चौंक गई और माफी मांगने लगी।” पुलिस ने मौके पर समझा कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल को बुलाकर बातचीत की गई।
महिला कॉन्स्टेबल सुनीता ने बताया, “वह रोने लगी और कहा कि उसकी बिल्लियाँ ही उसका परिवार हैं। मैंने उसे दिलासा देने की कोशिश की। मैंने उसके पति और परिवार के बारे में पूछा… उसने कहा कि वह तलाकशुदा है और 10 वर्षों से अकेली रहती है। उसने एमसीडी शिक्षक के रूप में भी काम किया है, लेकिन 2-3 साल पहले छोड़ दिया।”

