केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केवल एक व्यक्ति ही नहीं, एक संस्था हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यु में राजनाथ सिंह ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से वे आहत हुए हैं।

उन्होंने कहा कि देशवासियों ने पीएम मोदी को अपना समर्थन और प्यार दिया है। पीएम मोदी छह साल से प्रधानमंत्री हैं और इससे पहले 14 वर्ष तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या इसका कोई औचित्य है? कहा, “अपने राजनीतिक जीवन में मैंने कभी भी किसी भी प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया है।

कहा, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ “मर जा, मर जा” जैसे शब्दों के नारे लगाए गए। यह दुखद है। उन्होंने किसानों से अपमानजन शब्दों का प्रयोग करने वालों से दूर रहने का अनुरोध किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह विपक्ष का भी कर्तव्य है कि वह प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा को बनाए रखे।

उन्होंने कहा, “विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। मैं उन्हें सलाह देने वाला कोई नहीं होता हूं, लेकिन संस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। यदि संस्थाएं कमजोर होंगी, तो लोकतंत्र भी कमजोर होगा।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दिल से गरीबों और कमजोरों के लिए काम कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी भी पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने से परहेज किया है।

“एक बार मेरी पार्टी में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन के बारे में एक टिप्पणी की गई थी, लेकिन मैंने उस समय उस टिप्पणी का तुरंत खंडन किया था। मैंने कहा था कि डॉ. मनमोहन सिंह हमारे प्रधानमंत्री हैं और उनके खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। मैंने किसी भी प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का इस्तेमाल नहीं किया है, चाहे नरसिंह राव हों, एचडी देवेगौड़ा हो या कोई भी और हो।” कहा कि वह हमेशा संस्थाओं का सम्मान करते हैं। कई बार पार्टी हितों की अनदेखी करके भी हमने संस्थाओं की रक्षा की है।