एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर जाकर चादर और फूल चढ़ाए थे, जिसको लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने औरंगजेब की कब्र पर चादर और फूल चढ़ाए तो भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर ओवैसी को घेरना शुरू कर दिया। वहीं शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे ने आरोप लगाया कि अकबरुद्दीन एक राजनीतिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान न्यूज एंकर और मुस्लिम स्कॉलर शोएब जमई के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
न्यूज18 के डिबेट शो ‘आर-पार’ के दौरान एंकर अमिश देवगन ने मुस्लिम स्कॉलर से सवाल किया कि क्या औरंगजेब की कब्र पर अकबरुद्दीन ओवैसी का जाना ठीक है? इस सवाल पर शोएब जमई ने कहा, “इस देश में मुगलों की, औरंगजेब की जितनी गाथा, जितनी तारीफ लिखी है, वो सब ऊंची जाति के ब्राह्मण इतिहासकारों ने लिखी है। किसी मुसलमान इतिहासकार ने नहीं लिखी है। औरंगजेब हो, बाबर हो या कोई और मुगल हों, उनके सबसे करीब राजपूत परिवार थे। ब्राह्मण उनके सलाहकार थे।”
इस पर आपत्ति जताते हुए एंकर अमिश देवगन ने शोएब जमई से पूछा, “आप औरंगजेब को फॉलो करते हैं या नहीं? इतना बता दीजिए।” हालांकि, शोएब जमई ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “राघवेंद्र शुक्ला एक इतिहासकार हैं, जिन्होंने बताया कि औरंगजेब ने 1959 में एक फरमान जारी किया कि वाराणसी के सभी मंदिरों की हिजाफत की जाए। बाला-चित्रकूट के लिए जमीन दान करो… वो औरंगजेब ने दिया, असम में मंदिर के लिए जमीन दान करो.. ये बातें इतिहासकार कहते हैं, मैं नहीं कह रहा हूं।”
इस पर न्यूज एंकर ने शोएब जमई से कहा, “गुरु तेगबहादुर का हत्यारा औरंगजेब था, सवा मन जनेऊ जलाता था औरंगजेब.. तो सोचिए कितनों के उतारता होगा। गद्दी के लिए उसने अपने पिता शाहजहां को कैद किया था, बड़े भाइयों की हत्याएं कराई, जजिया कर लिया।” इसके बाद एंकर ने शोएब जमई से कहा कि वे कहें इतिहासकार गलत थे।
ओवैसी द्वारा औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में आकर औरंगजेब की कब्र पर बैठेंगे और नमाज पढेंगे तो ये महाराष्ट्र को चैलेंज देने की बात है और ये चैलेंज हमें मंजूर है।