दिल्ली महिला आयोग (DCW) की चीफ स्वाति मालीवाल मगंलवार (23 जुलाई, 2019) को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर चौतरफा घिर गईं। उन्होंने ट्विटर पर नाबालिग संग बलात्कार का एक पुराना वीडियो शेयर कर दिया। साथ ही लिखा, ‘बलात्कार पीड़िता की पहचान करना अवैध है।’ हालांकि सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रियाएं आने पर उन्होंने ट्वीट डिलीट कर लिखा, ‘वीडियो साझा किया गया ताकि आरोपी की पहचान हो सके। हालांकि, वीडियो हटा दिया गया है और पुलिस से इसकी रिपोर्ट मांगी है।’ ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘अगर मैंने किसी की भावनाओं को आहत किया है तो माफी मांगती हूं।’

बता दें कि अपने शुरुआती ट्वीट में स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए लिखा, ‘यह देखकर हड्डी तक ठंडी पड़ जाएं। दिल्ली पुलिस प्लीज तुरंत एफआईआर दर्ज करें और इस व्यक्ति को गिरफ्तार करें। वह बच्ची के दादा की उम्र का है। मासूम बहुत छोटी है। सोचकर थरथराहट होती है… कि अगर लोग वहां नहीं पहुंचते तो क्या होता? साथ ही इसकी पहचान करने में पुलिस की मदद करने की अपील करती हूं। इसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’

मालीवाल के ट्वीट डिलीट करने से पहले इसे 200 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था। मामले में दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह आईपीसी की धारा 228A का उल्लंघन है। हालांकि अभी तक मालीवाल के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अधिकारी ने बताया, ‘दिल्ली महिला आयोग चीफ ने वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से डिलीट कर दिया है।’

बता दें कि जो वीडियो ट्विटर पर शेयर किया गया वो कथित रूप से हैदराबाद के मोगलपुरा इलाके का है। घटना इसी साल मार्च में हुई थी। करीब 70 वर्षीय आरोपी मोगलपुरा के एक होटल में काम करता था। बच्ची होटल के आसपास खेल रही थी तभी आरोपी बच्ची को होटल की पहली मंजिल पर ले गया और उसके बलात्कार की कोशिश की।