दादरी के बिसहड़ा गांव में गोमांस खाने के आरोप में एक व्यक्ति की भीड़ के पीट-पीटकर की गई हत्या मामले में सोमवार को पुलिस ने एक होमगार्ड को हिरासत में लिया था। विनय नाम का यह होमगार्ड भी बिसहड़ा गांव का निवासी है और जारचा थाने में तैनात है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि विनय का अखलाक के साथ विवाद था और वह उससे हिसाब बराबर करने की जुगत में था। पुलिस को इस तरह की रपट मिली है कि विनय ने ही हल्ला मचाया था कि अखलाक का परिवार गोहत्या में शामिल है और उसने युवाओं को उसके घर पर हमला करने के लिए भड़काया था।

पुलिस के मुताबिक विनय ने मंदिर के पुजारी को यह ऐलान करने के लिए जोर दिया कि अखलाक के परिवार ने गोमांस खाया है और उसे जमा करके रखा है। इसके बाद लोगों की भीड़ ने अखलाक (50) के घर पर हमला किया जिसमें उसकी मौत हो गई। भीड़ के हमले में अखलाक का 22 साल का बेटा दानिश बुरी तरह जख्मी हो गया था। एक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले का गोमांस खाने और रखने से कोई लेना-देना नहीं है। विनय ने अखलाक की हत्या करने के लिए साजिश रची थी। अधिकारी ने कहा कि हमले का कारण जानने के लिए विनय से पूछताछ की जा रही है।

जिला होमगार्ड कमांडेंट चंद्र मोहन मिश्रा ने कहा कि विनय जारचा में तैनात है और वह 27, 28 और 29 सितंबर को ड्यूटी पर नहीं आया था। वहीं शनिवार को घटना में मुख्य आरोपी के तौर पर दो किशोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि दो किशारों, जिनका नाम शिवम और विशाल बताया गया है और दोनों की उम्र 18 साल बताई जा रही है, को बिसहड़ा के पास की ही एक जगह से गिरफ्तार किया गया। बिसहड़ा में ही सोमवार की रात को 50 साल के अखलाक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अब तक आठ लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

अखलाक की तब उसके घर से बाहर निकालकर पत्थरों से मार-मार कर हत्या कर दी गई थी जब एक स्थानीय मंदिर से घोषणा हुई कि उसके परिवार ने गाय के बछड़े को मारकर उसका मांस खाया है। अखलाक की जहां मौत हो गई, वहीं उसका 22 साल का बेटा दानिश एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। उसकी दो मस्तिष्क सर्जरी की गई है।

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दादरी वारदात में शामिल लोगों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के शनिवार को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों से स्थिति की ताजा जानकारी हासिल की। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वारदात में शामिल अपराधियों और अफवाह फैलाने का प्रयास करने वालों से सख्ती से निपटा जाए’। उन्होंने मृतक मोहम्मद अखलाक के परिजनों को पूर्व में दी गई दस लाख रुपए की आर्थिक मदद बढ़ाकर 20 लाख रुपए करने का एलान किया। अखिलेश यादव ने कहा कि गिरफ्तार लोगों से कड़ी पूछताछ की जाए और दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाए।