भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर एक चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ तेज से उठ रहा है। इस सेंटर महाराष्ट्र के रत्नागिरी से लगभग 240 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में है। यह मौसम प्रणाली फिलहाल अक्षांश 15.4 ° N और देशांतर 70.4 ° E पर केंद्रित है। जो रत्नागिरि से 240 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिमी दिशा में, मुंबई से 460 किमी दक्षिण-पश्चिमी में और सलाला, ओमान से 1710 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह प्रणाली अक्टूबर तक तट के करीब उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा में बढ़ती रहेगी।
हालांकि, इस संभावित चक्रवाती तूफान के ओमान और यमन तट की ओर बढ़ने की संभावना है। इस समय यह प्रतीक्षा करने और देखने की स्थिति है। जैसा कि स्काइमेट द्वारा बार-बार बताया गया है कि, इस समय अरब सागर में बनने वाले 80 प्रतिशत चक्रवात ओमान या यमन की ओर ही जाते हैं। बहुत कम ही ऐसे होते हैं जो गुजरात या उससे सटे कराची तट की ओर बढ़ते हैं।


इस साल मई में आए 'फानी' तूफान ने ओडिशा में आम जनजीवन ठप कर दिया था। राजधानी भुवनेश्वर में भी काफी नुकसान पहुंचा था। हालांकि प्रशासन ने चक्रवात से पहले एहतियातन करीब 10 हजार गांवों और 52 शहरी इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया था।
चक्रवातीय तूफान ‘‘क्यार’’ के चलते सिंधुदुर्ग जिले में ‘बेहद भारी बारिश’ के लिए लाल चेतावनी जारी की गई है। यहां अगले 24 घंटे में 204.5 मिमी बारिश हो सकती है।
इस साल मई में चक्रवाती तूफान फानी ने ओडिशा में दस्तक दी थी। ओडिशा के तटीय इलाकों पर लैंडफॉल भी हुआ था। इस दौरान 175 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं जो धीरे-धीरे 275 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई थी।
चक्रवातीय तूफान ‘‘क्यार’’ के चलते अगले 12 घंटों में महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में बेहद तेज हवाएं भी चल सकती हैं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
इस साल मई में चक्रवाती तूफान 'फानी' ने भारत के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक दी थी। इस तूफान के खतरों से निपटने के लिए मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं।
मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में शुक्रवार की शुरुआत में एक गहरा विक्षोभ तेज होकर चक्रवात में बदल गया। तूफान धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करता जा रहा है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अगले 12 घंटों के दौरान क्यार एक शक्तिशाली चक्रवात में बदल सकता है, जबकि अगले 24 घंटों के दौरान इसके अत्यधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है।
मंडोवी नदी में जलस्तर बढ़ने के मद्देजनर पर्यटकों को 27 अक्टूबर तक गोवा न आने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने इस संबंध में जानकारी भी दी है। बताया गया है कि का कुछ जगहों पर नौका सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।
तूफान क्यार के चलते गोवा में लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश हुई। अगले 12 घंटों के दौरान मौसम ऐसा ही रहेगा। भारतीय मौसम विभाग ने मछुआरों- पर्यटकों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘‘क्यार’’ के चलते अगले 12 घंटों में महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश हो सकती हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘‘क्यार’’ के चलते अगले 12 घंटों में महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में बेहद तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
जैसा कि स्काइमेट द्वारा बार-बार बताया गया है कि, इस समय अरब सागर में बनने वाले 80 प्रतिशत चक्रवात ओमान या यमन की ओर ही जाते हैं। बहुत कम ही ऐसे होते हैं जो गुजरात या उससे सटे कराची तट की ओर बढ़ते हैं।