केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के चेयरमैन पीके दास पिछले हफ्ते दिल्ली स्थित एक समारोह में उस व्यवसायी के मुख्य अतिथि बने जिसके बेटे को कथित निर्यात में धोखाधड़ी को लेकर पिछले महीने हिरासत में लिया गया था। इस मामले की जांच सीमा शुल्क और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरई) के द्वारा किया गया था। दरअसल, 1 जनवरी को दास ने बतौर सीबीआईसी प्रमुख अपना कार्यभार संभाला था और 19 जनवरी को उन्होंने स्वच्छ भारत कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी। यहा कार्यक्रम आरोपी अभिषेक गुप्ता के पिता रविंद्र गुप्ता के सहयोग से आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम की एक तस्वीर में दास भाषण देते हुए नज़र आते हैं। वहीं, दूसरी ओर कार्यक्रम से जुड़े गुप्ता के बेटे अभिषेक गुप्ता की कंपनी ‘सीएल इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड’ कस्टम और डीआरआई के राडार पर है। अभिषेक पर सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग और सीमा शुल्क के उल्लंघन का आरोप है। दस्तावेजों के मुताबिक अभिषेक गुप्ता दिसंबर में दिल्ली स्थिति डीआरआई की हिरासत में थे। गुप्ता की कंपनी मुख्य रूप से चावल और मैदा निर्यात करती है।
द इंडियन एक्सप्रेस से दास ने कार्यक्रम में मौजूद रहने की पुष्टि की है। उनका कहना है, “कई सारे लोग ऐसे कार्यक्रम में पहुंचते हैं। मुझे नहीं पता था कि वहा ऐसा शख्स है जिसके खिलाफ जांच चल रही है।” वहीं, अभिषेक गुप्ता के पिता रविंद्र गुप्ता का कहना है, “सीबीआईसी के अधिकारियों ने मुझसे कार्यक्रम के लिए संपर्क किया था। इसका मेरे बेटे और मेरी कंपनी के खिलाफ चल रही जांच से कोई लेना-देना नहीं है।” स्वच्छता पखवाड़ा को सीबीआईसी की पहल पर आयोजित कराया गया था और यह गुप्ता के घर के पास ही था। इसमें गुप्ता की पत्नी और दूसरा बेटा भी मौजूद था।
इस कार्यक्रम में दास के अलावा अन्य अधिकारी अर्चना पांडे तिवारी (तत्कालीन चीफ कमिश्नर), कृष्णा अक्षय मिश्रा (प्रिंसिपल कमिश्नर), संजय राय (डेप्युटी कमिश्नर) प्रदीप कुमार (असिस्टेंट कमिश्नर और आदित्य सिंह यादव (असिस्टेंट कमिश्नर) मौजूद थे। ये सभी अधिकारी ‘द कमिश्नर ऑफ सेंट्रल टैक्स’ में पोस्टेड हैं।