केंद्रीय संस्कृति-पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा है कि लाल किले से कुछ प्राचीन वस्तुएं गायब हैं और गणतंत्र दिवस पर दिखाई गईं झांकियां क्षतिग्रस्त मिली हैं। गौरतलब है कि दो दिन पहले गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान एक समूह लाल किले में दाखिल हो गया था। यहां पुलिस से मुठभेड़ के दौरान 400 साल पुराने इस स्मारक में नुकसान की काफी तस्वीरें सामने आई थीं।
प्रह्लाद पटेल ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि सबसे बड़ा नुकसान उस अति-सुरक्षा वाली जगह पर हुआ, जहां से प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। यहां कुछ जगहों पर मीनार में लगे ढांचे गायब हैं। पटेल ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के बाद सभी झांकियों को लाल किले के परिसर में रखा जाता है। 7 से 15 दिन तक लोग इन्हें देखने के लिये आते हैं। जब मैं वहां पहुंचा तो मैंने देखा कि झांकिया क्षतिग्रस्त हैं। इनमें संस्कृति मंत्रालय की झांकी और राम मंदिर की झांकी शामिल है। वास्तव में सभी झांकियां क्षतिग्रस्त थीं।
उन्होंने कहा कि हिंसा में हुए वित्तीय नुकसान का आंकलन किया जा रहा है लेकिन वह बहुमूल्य प्राचीन वस्तुओं को खोने के लेकर चिंतित हैं। मंत्री ने कहा, प्राचीन वस्तुएं बहुमूल्य हैं। हम वित्तीय नुकसान का आकलन तो कर सकते हैं लेकिन प्राचीन वस्तुओं को खोने से हुए नुकसान का अंदाजा कैसे लगाया जाए? यह बड़ा नुकसान है। इससे पहले, पटेल ने इस मामले में जांच का आदेश देते हुए ‘एएसआई’ से रिपोर्ट मांगी थी।
Delhi: Visuals of vandalised ticket counter, metal detector gate, broken shards of glass and Police caps seen at the premises of Red Fort. pic.twitter.com/4kcR9p1omB
— ANI (@ANI) January 27, 2021
उन्होंने बताया कि बाहर की लाइटें नष्ट कर दी गई हैं। सूचना केंद्र का पहला तल क्षतिग्रस्त है। जिस स्थान पर हमेशा झंडा लगा रहता है, वहां पीतल की प्राचीन वस्तुएं रखी रहती हैं। बेहद सुरक्षित तथा महत्वपूर्ण मानी जाने वाली इस जगह पर से दो वस्तुएं गायब हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्व स्थल तथा अवशेष अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।