पूरे भारत में केरल ही एक राज्य है, जहां वाम दलों का शासन है लेकिन यहां की सरकार की अगुवाई कर रही CPI(M) इन दिनों आलोचनाओं का सामना कर रही है। CPI(M) पर आरोप है कि पार्टी व्यक्ति पूजा को बढ़ावा दे रही है और एक ही नेता के इर्द-गिर्द सिमट रही है। इस नेता का नाम मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन है।
हाल ही में विजयन को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री “Pinarayi the Legend” को जारी किया गया। यह डॉक्यूमेंट्री CPI(M) समर्थित केरल सचिवालय कर्मचारी संघ (KSEA) की ओर से बनाई गई है। केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
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मुख्यमंत्री की तुलना “General of an Army” से की
बताना होगा कि किसी भी व्यक्ति का महिमामंडन करना CPI(M) की विचारधारा और नीतियों के बिल्कुल उलट है लेकिन चार महीने पहले भी विजयन की प्रशंसा में एक गीत जारी किया था। इस गाने में मुख्यमंत्री विजय की तुलना “phoenix” पक्षी और “General of an Army” से की गई थी।
2022 में तिरुवनंतपुरम में CPI(M) के एक जिला सम्मेलन के दौरान एक कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाओं ने विजयन की प्रशंसा वाले गीत पर नृत्य किया था। इस गीत में विजयन की जमकर तारीफ की गई थी और बताया गया था कि केरल में 2018 में जब बाढ़ आई तो वह ‘रक्षक’ की भूमिका में आ गए थे। पिछले साल CPI(M) के प्रदेश सचिव एम.वी. गोविंदन ने विजयन को “जलता हुआ सूरज” बताया था।
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अच्यातुनंदन के CM रहते क्या कहा था विजयन ने?
यहां इसका जिक्र करना जरूरी होगा कि साल 2009 में जब विजयन केरल में CPI(M) के सचिव थे तब पार्टी में उनके प्रतिद्वंद्वी और तत्कालीन मुख्यमंत्री वीएस अच्यातुनंदन की लोकप्रियता को लेकर पार्टी के अंदर बैचेनी दिखाई देती थी। तब अच्यातुनंदन ने यह धारणा बना दी थी कि वह पार्टी से बड़े हो गए हैं। विजयन ने तब कहा था, “पार्टी के बाहर एक नेता कुछ भी नहीं है।” विजयन का कहना था कि एक नेता को समर्थन तभी मिलता है जब तक वह पार्टी में रहता है।
2018 में जब कन्नूर में CPI(M) कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेता पी. जयराजन पर “कन्नूर का लाल बेटा” शीर्षक से एक वीडियो जारी किया था तो CPI(M) ने इसका विरोध किया था। लेकिन अब CPI(M) का कहना है कि विजयन को लेकर लगाए गए व्यक्ति पूजा के आरोप गलत हैं।
कांग्रेस ने की CPI(M) की आलोचना
केरल में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसके लिए CPI(M) की आलोचना की है और कहा है कि वह अपनी पुरानी मान्यताओं से हटकर पूरी ताकत एक ही व्यक्ति पर केंद्रीकृत कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि CPI(M) के अंदर किसी भी नेता में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह विजयन के तानाशाह बनने और पूजा संस्कृति के खिलाफ बोल सके। कांग्रेस का कहना है कि कई दशक पहले CPI(M) ही राज्य सरकार में सत्ता के केंद्रीकरण के खिलाफ आवाज उठाती थी।
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CPI(M) ने कहा- यह व्यक्ति पूजा नहीं
CPI(M) पर लग रहे व्यक्ति पूजा के आरोपों का पार्टी ने जवाब दिया है। पार्टी का कहना है कि डॉक्यूमेंट्री को किसी व्यक्ति की पूजा नहीं माना जा सकता है यह विजयन के जीवन और उनकी सरकार के द्वारा पिछले 9 साल में किए गए कामों के बारे में है। CPI(M) राज्य समिति के सदस्य एम.वी. जयराजन का कहना है, “विजयन छात्र आंदोलन में शामिल रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने केरल में स्कूलों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए काफी काम किया और 5000 करोड़ रुपए खर्च किए।”
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