राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन को शुक्रवार को पद की शपथ दिलाएंगी। अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल राधाकृष्णन सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
सीपी राधाकृष्णन (67) ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों से हराया। तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दिए जाने के कारण यह चुनाव कराया गया।
उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद सीपी राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ दिया। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर टीएमसी ने क्या कहा?
उपराष्ट्रपति चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ की खबरों के बीच तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने गुरुवार को कहा कि “यहां-वहां के 15 वोटोंठ पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सरकार को अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने के 15 दिन, मणिपुर में हिंसा शुरू हुए 862 दिन, और पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा निधि रोके जाने के 1,282 दिन गिनने चाहिए। उनकी यह टिप्पणी उपराष्ट्रपति चुनाव में सी. पी. राधाकृष्णन की, उम्मीद से अधिक अंतर से जीत हासिल करने के बाद आई है।
भाजपा नेताओं का दावा है कि उन्हें प्रतिद्वंद्वी खेमे से भी समर्थन मिला। राधाकृष्णन की बड़ी जीत विपक्ष के लिए एक झटका मानी जा रही है। विपक्ष ने दावा किया था कि उसके सभी 315 सांसद एकजुट हैं और उन्होंने अपने साझा उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी के पक्ष में मतदान किया है।
ओ’ब्रायन ने मीडिया से कहा, “अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाए 15 दिन हो चुके हैं, मणिपुर में हिंसा को 862 दिन, जे. पी. नड्डा निर्धारित कार्यकाल से अधिक समय से भाजपा के अध्यक्ष पद पर 967 दिन से बने हुए हैं, पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा निधि रोके 1,282 दिन हो चुके हैं, लोकसभा में 2,278 दिन से उपाध्यक्ष नहीं है, और प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा में किसी प्रश्न का उत्तर दिए हुए 4,117 दिन बीत चुके हैं।”
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