कोरोना वैक्सीन के मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है। रूस की Sputnik V को केंद्र ने मंजूरी दे दी है।देश में कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच रूस की कोविड वैक्सीन Sputnik V को विशेषज्ञों की एक समिति द्वारा भारत में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई है।

DGCI द्वारा भी इसे अनुमति दे दी गयी है तो यह भारत में इस्तेमाल होने वाली तीसरी वैक्सीन होगी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और Oxford-AstraZeneca की कोविशिल्ड और भारत बायोटैक की कोवैक्सीन फिलहाल इस्तेमाल में लाई जा रही हैं। भारत में डॉ रेड्डीज द्वारा मैन्युफैक्चर की जा रही Sputnik-V सबसे ज्यादा असरदार,91.6 प्रतिशत, वैक्सीनों में से एक है। मॉडर्ना और फाइजर के बाद इस वैक्सीन का नंबर आता है।

इससे पहले भारतीय दवा नियामक की विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए डॉ रेड्डी से पूछा था कि कोरोनोवायरस के खिलाफ वैक्सीन शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को कैसे बढ़ाती है?

पैनल ने हर तरह का डेटा मांगा था। इसके अलावा अलग-अलग वक्त पर किए गए भारतीय और रूसी अध्ययनों की जानकारी भी मांगी गई थी। यही नहीं इस डेटा का विश्लेषण भी मांगा गया था। डॉ रेड्डी ने Sputnik-V के आपातकालीन उपयोग के लिए 19 फरवरी को आवेदन किया था। भारत, यूएई, वेनेजुएला और बेलारूस में ये वैक्सीन टेस्टिंग के अभी तीसरे चरण में है।

भारत में, Sputnik-V का परीक्षण 18 से 99 साल के 1,600 लोगों पर किया जा रहा है। इस वैक्सीन का नाम पहले सोवियत अंतरिक्ष उपग्रह के नाम पर रखा गया है। रूस के गैमालेया संस्थान द्वारा विकसित वैक्सीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत $ 10 से कम है।

इसके ड्राई रूप को 2 से 8 डिग्री तक स्टोर किया जा सकता है। मालूम हो कि भारत में पिछले 24 घंटे में 1,68,912 नए कोविड मामले दर्ज किए गए हैं। देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1.35 करोड़ से ऊपर हो गई है।