देश इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है। ऐसे में कुछ धार्मिक आस्था वाले लोग कानून और नियमो को ताक पर रख कर धार्मिक रीति रिवाजों को अंजाम दे रहे है। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसा ही कुछ निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात कार्यक्रम में हुआ था जहां हजारों लोग इकट्ठा हुए थे। इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले मौलाना साद पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर भीड़ जुटाने का आरोप है। क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद सहित प्रबंधन से जुड़े को नोटिस भेज कई जानकारी मांगी है। इस नोटिस के जवाब में मौलाना ने कहा है कि वे सेल्फ क्वारंटाइन हैं और बाकी बात मरकज खुलने के बाद करेंगे।
क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद से 26 सवाल पूछे थे। इन सवालों का जवाब देते हुए मौलाना साद ने कहा है कि वो अभी सेल्फ क्वारंटीन में हैं और अभी मरकज बंद है। लिहाजा जब मरकज खुलेगा तब बाकी सवालों के जवाब देंगे। निजामुद्दीन में आयोजित इस कार्यक्रम से जुड़े कुछ लोग कोरोना से संक्रमित थे जो बाद में पूरे देश में फैल गए और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गईं। जिसके चलते पूरे देश के हालात इतने खराब हो गए हैं और अब भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। बीते कुछ दिनों में सामने आए संक्रमण के मामलों में बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोग शामिल हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम की मौलाना के घर, फार्म हाउस और अन्य संभावित ठिकाने सहित करीब चार जगहो पर छापे मारी की है। उस पर नजर रखने के लिए पुलिस की दो टीमों को उसके घरों के आसपास रखा है, जबकि एक टीम शामली में स्थित उसके आलीशान फार्महाउस के पास लगाई गई है। ताकि वह पुलिस को चकमा देकर कहीं फरार न हो सके। इससे पहले 2 अप्रैल को मौलाना साद ने अपना ऑडियो जारी किया था, जिसमें बताया था कि वह आइसोलेशन में हैं।
