पूर्णबंदी के चौथे दौर के बाद राजस्थान में अब सड़कों पर रौनक बढ़ने लगी है और बाजार खुल गए हैं। इसके साथ ही कोरोना मरीजों की संख्या में राजस्थान देशभर में पांचवें स्थान पर बना हुआ है। प्रदेश के सबसे बड़े दो शहर जयपुर और जोधपुर में कोरोना के हालात चिंताजनक बने हुए हैं।

इसके साथ ही पूर्णबंदी के आखिरी चरण में उदयपुर और आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले में कोरोना विस्फोट ने सरकार को भी सकते में डाल दिया। तीन दिन से झालावाड़, बारां और भरतपुर में 100 से ज्यादा मरीज मिलने से भी आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होना राहत दे रहा है। प्रदेश में ठीक होने वाले मरीजों की दर अब 68 फीसद हो गई है। इसके साथ ही अब तक प्रदेश में 201 लोगों की मौत हो गई है।

प्रदेश में अब सबसे चिंताजनक हालात प्रवासी श्रमिकों को लेकर बन गए हैं। अब तक हरित क्षेत्र में शामिल कई जिले अब प्रवासी श्रमिकों के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर संतरी क्षेत्र में आ गए हैं। अब तक ढाई हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिक संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही कई रियायतों के चलते अब कई इलाकों में लोगों की आवाजाही भी बढ़ गई है तो बाजारों में दुकानों के खुलने का सिलसिला बन गया है पर हालात अभी भी दूसरे और तीसरे चरण की पूर्णबंदी वाले ही दिख रहे है।

दुकानदारों का कहना है कि अभी ग्राहक बाजार में नहीं आ रहे हैं। जयपुर व्यापार महासंघ के सुरेश अग्रवाल का कहना है कि करीब 65 दिन बाद जयपुर के मुख्य बाजार अब खुले हैं। शहर के परकोटे में सबसे ज्यादा मरीज मिलने से यह पूरा इलाका ही कर्फ्यू के साये में था। दुकानदार अभी तो अपनी दुकानों की साफ सफाई में ही लगे हैं।

जयपुर शहर के मुख्य बाजार भी परकोटे में ही स्थित हैं और इनमें हमेशा देसी विदेशी पर्यटकों की भीड़ लगी रहती थी। पर अब पर्यटकों की आवाजाही के साथ ही शादी वगैरह पर भी अघोषित रोक लगने से बाजारों में खरीददारों की कमी है। अग्रवाल को उम्मीद है कि हालात एक दो महीने में ही सुधरेंगे और तभी पूरी तरह से बाजारों में रौनक लौटेगी।

पूर्णबंदी के बाद मिली रियायतों के बावजूद लोगों में अभी भी भय का माहौल बना हुआ है। सरकारी दफ्तरों में अब पूर्ण उपस्थिति के साथ कामकाज शुरू हो गया है। राजस्थान रोडवेज ने भी सीमित संख्या में अपनी बसों का संचालन शुरू कर दिया है पर इनमें अभी यात्रियों की संख्या नहीं के बराबर ही है। प्रदेश के चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के हिसाब से सभी 33 जिलों में कोरोना फैल चुका है। इनमें भी जयपुर और जोधपुर ही ऐसे जिले हैं, जहां प्रदेश के 70 फीसद मरीज है।

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि राज्य में अभी तक 4 लाख 29 हजार से ज्यादा जांचें हो गई हैं। इनमें भी दो लाख से ज्यादा जयपुर और जोधपुर में हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में ठीक होने वाले मरीजों की तादाद भी देश में सबसे ज्यादा है। जयपुर के सबसे बड़े हाटस्पाट बने रामगंज इलाके में हालात नियंत्रण में है और बड़ी संख्या में लोगों को एकांतवास में भेज कर सफलता की तरफ कदम बढ़ाए गए हैं। सरकार का ध्यान अब जयपुर और जोधपुर में हालात संभालने पर है। प्रदेश में जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। जयपुर शहर में पिछले पांच दिन से मरीज मिलने की संख्या में गिरावट आई है।