कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। इसको देखते हुए मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली में नाईट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। वहीं यूपी में योगी सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाईट कर्फ्यू लगाया जाएगा। इस बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रात में लगाये गये कर्फ्यू पर सवाल खड़ा किया है।
‘जनमानस की समझ से परे है ‘: वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, “रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना, यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रोन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।”
बता दें कि यूपी समेत 5 राज्यों में अगले साल में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों की बीच रैलियों में जुटने वाली भीड़ को लेकर कोई दिशा-निर्देश सामने नहीं आया है। हालांकि कई राज्यों ने सतर्कता बरतते हुए रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया है। ऐसे में वरुण गांधी ने सवाल किया है कि रैलियों में लाखों की भीड़ जुटाकर रात में कर्फ्यू लगाना समझ से परे हैं।
इससे पहले भी खड़े किये हैं सवाल: बता दें कि वरुण गांधी यूपी की पीलीभीत लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। कई मौकों पर देखा गया है कि वो पार्टी लाइन से अलग बयान देते रहते हैं। किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने किसानों के समर्थन में अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने किसानों की मांगों को केंद्र के सामने रखते हुए एमएसपी गारंटी कानून की बात कही थी।
गौरतलब है कि हाल ही में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बैंक कर्मचारियों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की थी। उन्होंने बरेली में कहा था कि अगर बैंकों का निजीकरण होगा तो फिर 8-10 लाख लोगों की नौकरी चली जाएगी।
वरुण गांधी ने कहा था, “बैंकों का अगर निजीकरण हुआ तो 8 से 10 लाख लोगों की नौकरी चली जाएगी।” बरेली में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा था कि 40 से 45 साल के उम्र में बैंककर्मियों को फिर से कौन ट्रेनिंग देगा? उन्हें फिर से कौन जॉब कौन देगा? उनके बच्चों को कौन खिलाएगा? वरुण गांधी ने कहा अगर एमटीएनएल, बीएसएनएल, एयरपोर्ट और एयरलाइंस बिक गए तो आम आदमी के बच्चों को कौन रोजगार देगा?