गोवा में दिल्ली की दो महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर अपने बयान पर उठे विवाद से बेअसर पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने शनिवार को कहा कि ‘छोटी घटना’ थी और जहां पर्यटक ज्यादा आते हैं वहां इस तरह के मामले होते हैं।

कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पारुलेकर के बयान के खिलाफ उनका पुतला जलाया। उधर गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पर्सेकर ने पुलिस विभाग से सोमवार की रात घटी सामूहिक बलात्कार की घटना के मामले में निष्पक्ष जांच शुरू करने को कहा है। पारुलेकर ने कहा, ‘मैंने जो कहा, वह पुलिस की मुझे दी गई रिपोर्ट के आधार पर कहा। मैं पहले भी यह कह चुका हूं और दोबारा कह रहा हूं कि जिन स्थानों पर पर्यटन बढ़ता है, इस तरह की छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं’।

पारुलेकर ने गुरुवार को आरोपियों को ‘नादान’ करार दिया था और इस अपराध को मामूली घटना कहकर विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा था, ‘लड़के नादान हैं और उनके खिलाफ अपराध के छोटे-मोटे मामले दर्ज हैं। भविष्य में यह नहीं होगा’।

उन्होंने शनिवार को कहा, ‘न तो आरोपी गोवा के हैं और न ही पीड़ित। लड़के बाहरी थे और पीड़िताएं दिल्ली की थीं। हम अब भी तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस जांच कर रही है और आरोपी सात दिन की हिरासत में हैं। रविवार तक हम पता लगा लेंगे कि मामले की सचाई क्या है’।

पर्सेकर ने कहा कि वे पारुलेकर के बयानों में नहीं पड़ना चाहते। लेकिन जहां तक गृह विभाग की बात है तो पुलिस सही तरीके से जांच कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने पुलिस से घटना के मामले में निष्पक्ष जांच करने को कहा है। पुलिस अपना काम कर रही है और जांच सही दिशा में चल रही है’।

गोवा में छुट्टी मनाने गर्इं दिल्ली की दो लड़कियों के साथ कथित तौर पर पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया। आरोपियों ने खुद को मादक पदार्थ रोधी शाखा का पुलिसकर्मी बताया था। पुलिस को इन पांचों आरोपियों के साथ दिखाई दी एक महिला की भी तलाश है जो घटना के समय मौके पर थी।

गोवा कांग्रेस के प्रवक्ता सुनील कवठनकर ने कहा, ‘पारुलेकर को इस तरह के संवेदनहीन बयानों के लिए मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए। जब गोवा में इस तरह के मंत्री होंगे तो पर्यटक कैसे इस राज्य पर भरोसा करेंगे’। कांगे्रस के अन्य नेता दुर्गादास कामत ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि पर्यटन मंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं’।