कांग्रेस के सितारे चुनाव दर चुनाव गर्दिश में चल रहे हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी आतंरिक बगावत से जूझ रही है। कांग्रेस नेता कहीं प्रत्यक्ष तो कहीं अप्रत्यक्ष रूप से आपस में ही वार-पलटवार करते देखे जा रहे हैं। अब ताजा मामला संजय निरूपम से जुड़ा है। पार्टी की महाराष्ट्र इकाई में अच्छी-खासी हैसियत रखने वाले संजय निरूपम पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं। सोमवार की सुबह-सुबह ही उन्होंने ट्वीट कर पार्टी के अज्ञात नेता पर हमला बोल दिया। उन्होंने ट्वीट करके पूछा कि राहुल गांधी की रैली से ‘निकम्मा’ अनुपस्थित क्यों था?

अपने ट्वीट में निरूपम ने खुद के भी रैली में शिरकत नहीं करने पर सफाई दी और कहा, “राहुल गांधी की रैली से मेरी अनुपस्थिति को लेकर लगाए जा रहे कयास सिर्फ बकवास हैं। महत्वपूर्ण पारिवारिक कार्यक्रम के चलते मैं पूरा दिन व्यस्त रहा। मैंने उन्हें एडवांस में बता दिया था। वह (राहुल गांधी) मेरे नेता हैं और हमेशा रहेंगे। लेकिन निकम्मा गैरहाजिर क्यों था?”

संजय निरूपम के इस ट्वीट के बाद बवाल मच गया। ट्वीटर पर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। उनके इस ट्वीट को लोगों ने पार्टी में उनके कथित प्रतिद्वंद्वी मिलिंद देवड़ा से जोड़कर देखा जाने लगा। अधिकांश लोगों ने कयास लगाए कि निरूपम ने ‘निकम्मा’ शब्द का इस्तेमाल मिलिंद देवड़ा के लिए किया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर इस ट्वीट से उठा तूफान जारी है। गौरतलब है कि मिलिंद देवड़ा और संजय निरूपम में लोकसभा चुनाव के दौरान से सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही मिलिंद ने भी मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान संजय निरूपम अपने बागी तेवर में दिखाई दे रहे हैं। पिछले दिनों राफेल विमान की पूजा पर पार्टी के वरिष्ठ नेता खड़गे को भी उन्होंने नसीहत दे डाली थी। बीते दिनों उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस के कुछ नेताओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संजय निरूपम टिकट बंटवारे को लेकर नाराज थे और आरोप लगा रहे थे कि उनके किसी भी आदमी को टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताओं पर सवाल खड़े किए और पार्टी छोड़ने की बात कह दी थी। इस दौरान उन्होंने ऐलान कर दिया कि वे चुनाव प्रचार का हिस्सा नहीं बनेंगे।